पहाड़ में बड़ा हादसा टला...चलती बस का गियर लीवर टूटा, ऐसे बची 47 लोगों की जान
बस का गियर लीवर अचानक टूट गया, ड्राइवर ने समझदारी ना दिखाई होती तो बेकाबू बस सीधे खाई में गिरती...
Nov 28 2019 5:03PM, Writer:कोमल नेगी
रोडवेज की नई बसें आफत का सबब बनी हुई हैं। बसों में मिल रही तकनीकी खामियां हादसों को न्योता दे रही हैं। अब अल्मोड़ा में ही देख लें, जहां हाईवे पर दौड़ रही बस का गियर लीवर अचानक टूट गया। बेकाबू बस खाई में गिरते-गिरते बची। जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त बस में 47 लोग सवार थे। ड्राइवर ने सूझबूझ ना दिखाई होती तो बड़ा हादसा हो जाता, लोगों की जान पर बन आती। अब घटना विस्तार में जानते हैं। कुछ दिन पहले ही राज्य परिवहन निगम ने 125 नई बसें सड़क पर उतारी हैं। अल्मोड़ा डिपो के बेड़े में भी 9 नई बसें शामिल की गईं। इनमें से एक यूके 07 पीए 4314 बुधवार की सुबह लखनऊ से अल्मोड़ा लौट रही थी। जैसे ही बस लोधिया कस्बे में पहुंची, बस का गियर लीवर टूट गया। बस को उस वक्त ड्राइवर कमल प्रसाद चला रहे थे।
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बस जैसे ही बेकाबू हुई यात्रियों में चीख-पुकार मच गई, पर ड्राइवर ने धैर्य नहीं खोया। घटना के वक्त बस चढ़ाई पर थी। ड्राइवर ने तीसरे गियर में फंसी बस को किसी तरह कंट्रोल किया और एक्सीलेटर बढ़ाकर आगे बढ़ता रहा। चालक किसी तरह बस को लोधिया से नगर तक सुरक्षित ले आया। सही सलामत अल्मोड़ा पहुंचने पर यात्रियों ने राहत की सांस ली। ड्राइवर की सूझबूझ को भी सराहा। हालांकि नई बस में अचानक आई तकनीकी खामी से यात्री बेहद नाराज दिखे। उन्होंने इसे जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ बताते हुए, मामले की जांच की मांग की। जिस वक्त बस का गियर लीवर टूटा वो चढ़ाई पर थी, ऐसे में वाहन खाई या पहाड़ी की और गिर सकता था, पर शुक्र है कि ऐसा हुआ नहीं। ये बस पहली बार सड़क पर दौड़ाई गई थी, पर पहली बार में ही बस में बैठे यात्रियों को डरावने अनुभव से गुजरना पड़ा। आपको बता दें कि लगातार मिल रही तकनीकी खामियों के चलते राज्य परिवहन निगम ने नई बसों के संचालन पर रोक लगा दी। दिवाली से पहले टाटा कंपनी ने परिवहन निगम को 150 नई बसें सौंपी थीं, पर इनमें लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही हैं। चलती बस का गियर लीवर टूटने से बड़ा हादसा हो सकता है। इसीलिए नई बसों का संचालन फिलहाल रोक दिया गया है।