उत्तराखंड के शाश्वत रावत को बधाई..क्रिकेट के लिए 9 साल की उम्र में घर छोड़ा, अब टीम इंडिया में हुआ चयन
क्रिकेट के लिए 9 साल की उम्र में घर छोड़ने वाले शाश्वत को उनकी मेहनत का ईनाम मिल गया, टीम इंडिया में शाश्वत की जगह पक्की हो गई है...
Dec 3 2019 1:55PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड के होनहार क्रिकेटर शाश्वत रावत ने देवभूमि को गौरवान्वित किया है। क्रिकेट के लिए महज 9 साल की उम्र में घर छोड़ देने वाले शाश्वत का चयन इंडियन अंडर-19 टीम में हुआ है। यहां तक पहुंचने के लिए शाश्वत ने जो संघर्ष किया, उस संघर्ष ने उन्हें भारतीय टीम तक पहुंचा दिया। शाश्वत हरिद्वार के लालढांग के रहने वाले हैं। क्रिकेट उनके लिए सिर्फ शौक नहीं बल्कि जुनून है। शाश्वत की मां नीरू रावत और पिता गोपाल रावत भी बेटे की इस उपलब्धि से गर्वित हैं। नीरू रावत बताती हैं कि शाश्वत ने बचपन में ही तय कर लिया था कि उसे क्रिकेटर ही बनना है। 9 साल की उम्र में उसने क्रिकेट के लिए घर छोड़ दिया। 8वीं तक की पढ़ाई देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज से की। वहां क्रिकेट की बारीकियां सीखीं। बाद में शाश्वत ने बड़ौदरा की टीम से खेलना शुरू किया, क्योंकि उत्तराखंड की टीम को उस वक्त मान्यता नहीं मिली थी। पिता गोपाल रावत कहते हैं कि शाश्वत इंडिया का हर मैच देखता था।
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ये उनके लिए बेहद गर्व की बात है कि अब बेटा वर्ल्ड कप में इंडिया का प्रतिनिधित्व करेगा। शाश्वत दक्षिण अफ्रीका में 17 जनवरी से शुरू होने वाले वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगे। वो बतौर ऑलराउंडर टीम इंडिया में शामिल हुए हैं। शाश्वत अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को प्रभावित कर चुके हैं। सीनियर क्रिकेटर्स भी शाश्वत के खेल की तारीफ करते हैं। अब उनके पास वर्ल्ड कप में प्रतिभा दिखाने का शानदार मौका है। शाश्वत बाएं हाथ के बल्लेबाज ओर मीडियम पेसर हैं। सोमवार को वर्ल्ड कप के लिए घोषित भारतीय टीम में उन्हें बतौर बल्लेबाज चुना गया है। शाश्वत ने चैलेंजर ट्रॉफी और अफगानिस्तान के खिलाफ यूथ कप में शानदार प्रदर्शन किया था। जिसके चलते टीम इंडिया में उनकी जगह पक्की हो गई।