पहाड़ में बर्फबारी के बाद बर्फीले तूफान का खतरा, यहां घरों में कैद रहने को मजबूर हुए लोग
पहाड़ में बर्फबारी का दौर जारी है। उधर उत्तरकाशी में दिनभर चलने वाले बर्फीले तूफान के चलते लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं...
Jan 21 2020 5:13PM, Writer:कोमल
पहाड़ में बर्फबारी के बाद खराब मौसम मुसीबत का सबब बना हुआ है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी से राहत नहीं मिल रही। बर्फबारी के साथ-साथ बर्फीले तूफान ने मुश्किलें बढ़ाई हैं। उत्तरकाशी जिले में सीजन की चौथी बर्फबारी का दौर जारी है। जिसने लोगों की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है। बर्फीले तूफान की वजह से ग्रामीणों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। तूफान की वजह से लोग घरों में सिमटे हुए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बर्फीले तूफान की वजह से समस्याएं बढ़ी हैं। घरों और दुकानों की छतें उड़ने का डर लगा रहता है। खराब मौसम में अगर घर और दुकान की छत उड़ गई तो वो क्या करेंगे, कहां जाएंगे। जगह-जगह पेड़ टूट रहे हैं। जिससे घर-दुकानें और बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कई इलाकों में जनवरी की शुरुआत से बिजली की सप्लाई ठप पड़ी है। सैकड़ों गांव अंधेरे में डूबे हैं। पानी की सप्लाई भी नहीं हो रही।
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उत्तरकाशी समेत ज्यादातर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फीला तूफान मुसीबत बना हुआ है। दिनभर चलने वाले तूफान की वजह से लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे। ग्रामीणों ने कहा कि बर्फीले तूफान से ऐसी आफत उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। ऊंचाई वाले इलाकों में हिमखंड टूट रहे हैं। ग्लेशियरों के टूटने का खतरा भी बना हुआ है। ठंड से लोग पहले ही बेहाल थे, उस पर बर्फीले तूफान ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी है। पहाड़ में बर्फबारी से उत्तराखंड के सैकड़ों गांव बर्फ की चादर में लिपटे हैं। गांवों में बिजली-पानी की सप्लाई नहीं हो रही। लोग बर्फ को गलाकर प्यास बुझा रहे हैं। सड़कें बर्फ से पटी होने की वजह से गांवों तक जरूरत का सामान भी नहीं पहुंच रहा। लोग मौसम के साफ होने का इंतजार कर रहे हैं