उत्तराखंड: DM सविन का नेक काम, लावारिस बिटिया की हर जिम्मेदारी उठाएगा जिला प्रशासन
जिस बच्ची को उसके अपने माता-पिता ने मरने के लिए छोड़ दिया था, उस बच्ची की परवरिश की जिम्मेदारी अब जिला प्रशासन उठाएगा। डीएम सविन बंसल ने कहा कि बच्ची की परवरिश, शिक्षा और शादी तक का पूरा खर्चा हम उठाएंगे।
Feb 8 2020 12:56PM, Writer:कोमल नेगी
सरोवर नगरी नैनीताल...मां नैना देवी के इस धाम में एक निर्दयी मां अपनी नवजात बच्ची को ठंड में मरने के लिए छोड़ गई थी। महिला ने बच्ची को करीब 20 फीट गहरे नाले में फेंक दिया था। बच्ची कड़ाके की ठंड में तड़पती रही। बाद में वहां से गुजर रहे लोगों ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया। जिस बच्ची को उसके अपनों ने मरने के लिए छोड़ दिया था, उस बच्ची की परवरिश के लिए नैनीताल का जिला प्रशासन आगे आया है। लावारिस हालत में मिली बच्ची को जिला प्रशासन का सहारा मिल गया है। डीएम सविन बंसल ने कहा कि बच्ची के ठीक होने के बाद उसका पूरा खर्च जिला प्रशासन उठाएगा। इस बीच अगर कोई बच्ची को गोद लेना चाहे तो नियमानुसार गोद ले सकता है। अगर उसे किसी ने गोद नहीं लिया तो उसकी परवरिश, शिक्षा-दीक्षा और शादी तक का पूरा खर्च जिला प्रशासन उठाएगा।
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डीएम सविन बंसल के निर्देश पर बच्ची को उपचार और उचित स्वास्थ्य परीक्षण के लिए हल्द्वानी के हायर सेंटर में भेजा गया है। वहां बच्ची का इलाज चल रहा है। डीएम ने बच्ची को नाले में फेंकने वाले की सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 हजार का नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा। डीएम ने बच्ची को नाले में फेंकने की घटना को निंदनीय बताते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही है। फिलहाल बच्ची की देखभाल की जिम्मेदारी चाइल्ड लाइन को दी गई है। वास्तव में उत्तराखंड में कुछ ऐसे जिलाधिकारी हैं, जो अपने काम करने के अंदाज को लेकर जनता के बीच लोकप्रिय हैं। इन्हीं में से एक नाम जिलाधिकारी सविन बंसल का भी है।