उत्तराखंड: त्रिवेन्द्र कैबिनेट में जमातियों को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, शुरू हुई मीटिंग
जमात से लौटे लोग उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का बड़ा जरिया बन चुके हैं। डीजीपी की चेतावनी के बाद भी कई जमाती छिपे हुए हैं, इन्हें लेकर त्रिवेंद्र सरकार कैबिनेट मीटिंग में अहम फैसला ले सकती है...
Apr 8 2020 1:16PM, Writer:कोमल नेगी
देश के अलग-अलग राज्यों से लौटे जमाती उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का बड़ा जरिया बन चुके हैं। देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर और हरिद्वार में कई जमाती कोरोना पॉजिटिव मिले। राज्य से जमात में जाने वालों की तादाद एक हजार से ज्यादा बताई जा रही है। मुख्यमंत्री की अपील और डीजीपी की चेतावनी के बाद कई जमातियों ने प्रशासन के सामने सरेंडर कर दिया, लेकिन जो लोग अब भी छिपे हुए हैं। इन्हें लेकर राज्य सरकार कठोर कदम उठाने जा रही है। आज होने वाली कैबिनेट मीटिंग में तब्लीगी जमात से लौटे जमातियों को लेकर अहम फैसला हो सकता है। बैठक में प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के पीड़ित मरीजों और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर चर्चा की जाएगी। साथ ही जमात से लौटे जो जमाती प्रशासन के सामने नहीं आ रहे हैं, उनके खिलाफ भी राज्य सरकार कठोर कदम उठा सकती है।
यह भी पढ़ें - देहरादून का जौलीग्रांट अस्पताल सील हो सकता है, नर्स के परिजन में कोरोना वायरस की पुष्टि
आपको बता दें कि देहरादून, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार और नैनीताल में तब्लीगी जमात से लौटे कई जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। हरिद्वार में जमाती के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर पूरे गांव को सील करना पड़ा तो वहीं देहरादून के डोईवाला में भी दो बस्तियां सील कर दी गई हैं। जमातियों की वजह से जिस तरह कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे है, उसे देखते हुए सरकार छिपे हुए जमातियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले सकती है। इससे पहले डीजीपी ने भी जमातियों को सामने आने के लिए सोमवार शाम तक का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद कई जमाती खुद सामने आए, लेकिन कई अब भी छिपे हुए हैं। इन लोगों के खिलाफ अब हत्या का केस दर्ज किया जाएगा। जमात से लौटे लोगों पर कैबिनेट बैठक में भी अहम फैसला लिया जा सकता है।