केदारनाथ धाम में सबसे पहले पीएम मोदी की ओर से हुई रूद्राभिषेक पूजा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी। पीएम मोदी की भी भगवान केदारनाथ पर अटूट आस्था है।
Apr 29 2020 9:10AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
11750 फीट की ऊंचाई पर मौजूद बाबा केदारनाथ को 11 में ज्योतिर्लिंग के नाम से भी जाना जाता है। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर की श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का केंद्र है बाबा केदारनाथ। अक्सर देखा गया है कि केदारनाथ के कपाट खुलते वक्त पीएम मोदी भी वहां मौजूद रहते हैं लेकिन इस बार कोरोनावायरस के कारण प्रधानमंत्री वहां मौजूद नहीं रहे। ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ भगवान के कपाट इस मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में आज सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान पूर्वक खुले। पुजारी शिवशंकर लिंग व वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए। मुख्य द्वार पर कपाट खोलने के साथ ही भैरवनाथ जी का आवाह्न किया गया। कपाट खुलने के पश्चात सर्व प्रथम देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी। पीएम मोदी की भी भगवान केदारनाथ पर अटूट आस्था है।
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केदारनाथ में बर्फ के ग्लेशियरों को काट कर मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाया गया है। इसके लिए मार्च महीने से ही प्रशासन ने बुड स्टोन कंपनी को केदारनाथ पहुंच़ने तक के लिए मार्ग बनाने को कहा गया था। कंपनी ने कपाट खुलने से पहले मार्ग तैयार कर दिया। इस वक्त भी केदारनाथ में 4 से 6 फीटतक बर्फ देखी जा सकती है। केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग उखीमठ में चौदह दिनों के लिए क्वारंटीन हैं। उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार में से तीन धामों के कपाट खुल गये है।श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर 26 अप्रैल को खुल चुके हैं, जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खुलेंगे।