उत्तराखंड में हंस फाउंडेशन का बेमिसाल काम..5 जिलों को दी गुड न्यूज, मिली ये मदद
रूद्रप्रयाग, टिहरी, मसूरी, उधमसिंह नगर एवं चंपावत में हंस फाउंडेशन (Hans Foundation Uttarakhand) द्वारा बड़ा काम किया गया है। आप भी पढ़िए ये खबर
Jun 10 2020 7:29PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
मानव सेवा से बड़ा धर्म कुछ भी नहीं है... कोरोना महामारी के इस संकटकाल में हंस फाउंडेशन लाखों लोगों के लिए संजीवनी बना है। माता मंगला और भोले जी महाराज के मार्गदर्शन में हंस फाउंडेशन उत्तराखंड समेत देश भर में कोविड-19 से लड़ने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर मानव कल्याण के कार्यों में निरंतर सहयोग कर रहा है। अब हंस फाउंडेशन द्वारा एक बड़ा काम किया गया है।
उत्तराखंड के चंपावत और उधमसिंह नगर में बने क्वारंटीन सेंटरों को हंस फाउंडेशन ने 5000 बेडिंग सेट, 10,000 बेड सीट, 5000 तकिए, 5000 मोसक्यूटो नेट और 500 पेडेस्टल फैन प्रदान किए हैं।
इसके अलावा चंपावत में बने क्वारंटीन सेंटर को 1000 बेडिंग सेट, 1000 बेड सीट,1000 तकिए, 500 मोसक्यूटो नेट, 100 पेडेस्टल फैन और 500 चारपाई प्रदान की है। ऐसा इसलिए ताकि इन सेंटरों में आने वाले लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो और जरूरत पड़ने पर इन क्वारंटीन सेंटरों को अस्पताल में भी तब्दील किया जा सके।
इसी के साथ रूद्रप्रयाग के जिला अस्पताल को हंस फाउंडेशन द्वारा वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, एक्स रे मशीन समेत विभिन्न स्वास्थ्य उपकरण प्रदान किए गए। इस अस्पताल को जल्द ही हंस फाउंडेशन के माध्मय से एम्बुलेंस (टाटा विंगर) प्रदान की जाएगी।
टिहरी की बात करें तो टिहरी जिला अस्पताल को एंबुलेंस (टाटा विंगर ) और वेंटिलेटर प्रदान किया जाएगा।
मसूरी जिला अस्पताल को भी हंस फाउंडेशन द्वारा टाटा विंगर एम्बुलेंस और बोलेरो एम्बुलेंस प्रदान की जाएगी।
हंस फाउंडेशन इस दिशा में राज्य सरकार और अधिकारियों के साथ मिलकर इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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उत्तराखंड में राज्य सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में हंस फाउंडेनश द्वारा खाद्य सामग्री प्रदान की जा रही है। उत्तराखंड लौटे प्रवासी,उत्तराखंडियों के लिए स्थापित क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों तक निरंतर हंस फाउंडेशन द्वारा मदद पहुंचाई जा रही है। हाल ही में फाउंडेशन ने उत्तराखंड के पोखड़ा, रिखणीखाल और देवप्रयाग में राज्य सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों के लिए खाद्य सामग्री एवं अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया है। इसके साथ ही हंस फाउंडेशन द्वारा डिजिटल इंडिया के माध्यम से लाखों गरीब परिवारों तक राशन,मास्क और तमाम दूसरी सेवाएं पहुंचा रहा है। आपको बता दें की हंस फाउंडेशन ने कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 4 करोड़ रूपये की राशि प्रदान की हैं। इसी के साथ उत्तराखंड को कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ 51 लाख रूपये की राशि प्रदान की है। वास्तव में हंस फाउंडेशन उत्तराखंड समेत पूरे देश भर कोरोना के खिलाफ जंग में मददगार साबित हुआ है।