उत्तराखंड-हिमाचल में अलर्ट, सीमाओं पर चौकसी..जानिए देवभूमि पर कब-कब पड़ी ड्रैगन की नज़र
हिमाचल किन्नौर और लाहौल-स्पीति के जिलों को अलर्ट है...इधर उत्तराखंड में चमोली से लगी चीन सीमा पर अलर्ट है...आगे जानिए पूरी खबर
Jun 17 2020 7:41PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
गालवान घाटी में भात-चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प के बाद गहमा-गहमी बरकरार है। हिमाचल में राज्य खुफिया इकाइयों को अलर्ट किया गया है। लद्दाख सेक्टर में चीन और भारतीय सेना के चीन की सेना के बीच हालिया फेस-ऑफ को देखते हुए, किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिलों को अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही स्थानीय आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है। लद्दाख में सीमा पर बिगड़े हालात का असर उत्तराखंड में भी साफ दिख रहा है। उत्तराखंड के चमोली जिले की सीमा चीन से सटी है। लद्दाख हिंसा के बाद चमोली में भारत-चीन सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बढ़ते तनाव को देखते हुए उन इलाकों में सैन्य बलों की तैनाती की जा रही है, जो चीन की सीमा से सटे हैं। भारतीय सेना के जवान भारी संख्या में चमोली भेजे जा रहे हैं। उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा करीब 345 किलोमीटर लंबी है। बीआरओ यहां भारत-चीन बॉर्डर के बीच सड़क निर्माण के काम में जुटा है। सामरिक दृष्टि से ये सड़क भारत के लिए काफी अहमियत रखती है। आगे जानिए कब कब देवभऊमि पर ड्रैगन की नज़र पड़ी।
यह भी पढ़ें - भारत-चीन हिंसक झड़प: 21 साल की उम्र में शहीद हुआ अंकुश, 10 महीने पहले ही भर्ती हुआ था
साल 2014 में सीमा क्षेत्र की आखिरी चौकी रिमखिम के पास चीनी हेलीकॉप्टर मंडराते देखे गए थे।
साल 2015 में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चरवाहों का सामान नष्ट कर दिया था।
साल 2016 में सीमा से सटे इलाकों में जिला प्रशासन की टीम का चीनी सैनिकों से आमना-सामना हुआ था।
3 जून 2017 को बाड़ाहोती में दो चीनी हेलीकॉप्टर मंडराते देखे गए थे।
साल 2017 में 25 जुलाई के दिन चीनी सेना के 200 जवान भारतीय सीमा के एक किलोमीटर भीतर तक घुस आए थे।
10 मार्च 2018 को बाड़ाहोती में चीनी सेना के तीन हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में फिर से दाखिल हुए।
जुलाई 2018 में भी चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए थे, तब उन्हें भारतीय सेना ने खदेड़ा था।
इस तरह उत्तराखंड में चीनी सैनिकों की घुसपैठ का एक लंबा इतिहास रहा है।
लद्दाख में तनाव के बाद माणा, नीति, मलारी और बाड़ाहोती घाटी की दर्जनों फॉरवर्ड पोस्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बॉर्डर पोस्ट पर सैनिकों की संख्या बढ़ाते हुए सैन्य अभ्यास भी किया जाएगा।