गढ़वाल: बीच रास्ते में मलबे ने रोकी बारात, खुद रास्ता साफ करने में जुटे दूल्हे राजा
श्रीनगर के बड़ियारगढ़ से निकली बारात के बीच रास्ते में खराब मौसम के कारण बोल्डर गिर गए। जिसके बाद दूल्हे राजा स्वयं अपनी गाड़ी से नीचे उतरे और बारातियों के साथ रास्ता साफ करने लगे।
Jul 9 2020 6:43PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
काफी लंबी अवधि से उत्तराखंड में लगे लॉकडाउन के कारण जन-जीवन की गति थम सी रखी थी। कोरोना ने कई चीजों पर प्रभाव छोड़ा है जिसमें विवाह समारोह भी एक है। शादी समारोह पर कोरोना का भारी प्रभाव देखने को मिला है। मगर अब अनलॉक के साथ धीरे-धीरे चीजें वापस से सामान्य होना शुरू हो रही हैं। साथ ही अब पूरी सावधानी के साथ शादी समारोह उत्तराखंड में फिर से हो रहे हैं। इस बीच कई अनोखी शादियों के बारे में सुना होगा अब जरा एक अनोखी बारात का किस्सा भी सुन लीजिए। श्रीनगर में एक ऐसी अनोखी बारात निकली जो शायद ही किसी ने देखी हो। श्रीनगर में बारात के रास्ते में अड़चन आई तो स्वयं दूल्हे ने बस से उतर कर मोर्चा संभाला। दरअसल श्रीनगर के बड़ियारगढ़ के मल्ली गांव से निकली बारात के बीच रास्ते मे बोल्डर गिरने से रास्ता बाधित हो गया और बारात बीच में ही फंस गई। एक ओर पहुंचने की जल्दी दूसरी ओर रास्ता बंद। ऐसे में प्रशासन की मदद के बिना दूल्हे राजा स्वयं अपनी गाड़ी से नीचे उतरे और बारातियों के साथ रास्ता साफ करने लगे जिसको देखने के बाद सब दंग रह गए। आगे देखिए तस्वीरें
बारातियों के साथ मिलकर सड़क साफ
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प्रशासन से मदद मांगते तो काफी देर हो जाती इसलिए दूल्हे समेत सभी बारातियों ने खुद ही अपनी शादी में पहुंचने के लिए सड़क साफ करने की ठानी। दरअसल मौसम के कारण पहाड़ी क्षेत्र खूब प्रभावित हो रखे हैं। पहाड़ी जिलों में हाई अलर्ट घोषित हो रखा है। जगह-जगह भूस्खलन से सड़कें बाधित हो रखी हैं। ऐसे में श्रीनगर नगर की भी काफी सड़कें खराब मौसम के कारण प्रभावित हो गई हैं।श्रीनगर के बड़ियारगढ़ के मल्ली रिगोली गांव से निकली बारात भी खराब मौसम की शिकार बन गई।
कड़ी मशक्कत के बाद खुली सड़क
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रास्ते में कीर्तिनगर ब्लॉक के घुरेट के पास बारिश के दौरान बोल्डर आने से सड़क बंद हो गई। रास्ता बाधित होने से मल्ली रिंगोली से कर्णप्रयाग पोखरी जा रही बारात भी वहां फंस गई। जिसके बाद सब असमंजस में पड़ गए। आखिरकार सबने अपने आप ही बिना प्रशासन की मदद के सड़क साफ करने की ठानी और दूल्हे राजा खुद बारातियों के साथ सड़क साफ करने की मुहिम में जुट गए और डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सड़क से मलबे को साफ किया गया जिसके बाद बारात कर्णप्रयाग पोखरी के लिए रवाना हुई।