उत्तराखंड में फिर तेवर दिखाएगा मौसम, आज 5 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो फिलहाल बारिश के साथ आई मुसीबतों से राहत नहीं मिलेगी। उत्तराखंड के सभी जिलों में आज हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
Aug 6 2020 12:42PM, Writer:Komal Negi
पहाड़ में मुसीबत की बारिश से लोग बेहाल हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक हर जगह से तबाही की तस्वीरें आ रही हैं। बारिश की वजह से कई जगह सड़कें बह गईं। भूस्खलन की वजह से हाईवे क्षतिग्रस्त हैं। लगातार हो रही बारिश से हाईवे की मरम्मत में भी परेशानी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो फिलहाल बारिश के साथ आई मुसीबतों से राहत नहीं मिलेगी। गुरुवार को उत्तराखंड के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इस वक्त देहरादून समेत सभी मैदानी क्षेत्रों में धूप खिली हुई है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि आज मौसम फिर से करवट बदलेगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने अपने बुलेटिन में देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के ज्यादातर इलाकों में भारी से भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इसके अलावा उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, हरिद्वार, चंपावत और ऊधमसिंहनगर में भी बारिश की संभावना बनी हुई है। यानी लगभग पूरे उत्तराखंड में आज बारिश की संभावना है।
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चलिए अब आपको पहाड़ की सड़कों का हाल बताते हैं। भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे एक बार फिर बंद हो गया है। यहां गाड़ियों की आवाजाही बंद है। गंगोत्री हाईवे पर मंगलवार रात से गाड़ियों की आवाजाही थमी हुई है। कई संपर्क मार्ग बाधित हैं। सड़क निर्माण विभाग बुधवार से रोड खोलने के काम में जुटा है, लेकिन बारिश की वजह से मलबा हटाने के काम में मुश्किल हो रही है। हाईवे अब तक नहीं खुल पाया है। बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे के अलावा अयारखाल, भेला टिपरी, धरासू जोगत, जसपुर, बड़ेथी, उडरी और भुक्की कुज्जन जैसे मोटर मार्गों पर भी ट्रैफिक रुका हुआ है। कर्मचारी लगातार मलबा हटा रहे हैं, लेकिन खराब मौसम की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है। खराब मौसम में हादसे की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए हमारी आपसे अपील है कि इन दिनों जितना संभव हो पहाड़ की यात्रा टाल दें। यात्रा पर निकलना ही पड़े तो विशेष ध्यान रखें। घर से निकलने से पहले संबंधित क्षेत्र के मौसम और सड़कों का हाल जरूर जान लें। तीर्थ यात्री भी स्थानीय प्रशासन से मिली सूचना के आधार पर ही सफर करें। मौसम के बुलेटिन पर भी नजर बनाए रखें।