उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए AAP की रणनीति, 3 मुद्दों को लेकर लड़ेंगे चुनाव
आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी रोजगार के अभाव में हुआ पलायन, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और स्कूल-कॉलेजों में अच्छी शिक्षा के अभाव को चुनावी मुद्दा बनाएगी। पार्टी दिल्ली वाला प्रयोग उत्तराखंड में दोहराने की तैयारी में है।
Aug 21 2020 4:33PM, Writer:Komal Negi
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नया कीर्तिमान रचने वाली आम आदमी पार्टी की निगाहें अब उत्तराखंड पर टिकी हैं। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि आम आदमी पार्टी साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पंजाब और गोवा के बाद उत्तराखंड तीसरा ऐसा राज्य है, जहां आम आदमी पार्टी पूरी गंभीरता से चुनाव लड़ने जा रही है। अरविंद केजरीवाल के बाद पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने इसकी घोषणा की। देहरादून मे पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिनेश मोहनिया ने आप की रणनीति का खुलासा किया। साथ ही उन मुद्दों पर भी बात की, जिन्हें आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उठाएगी। आगे पढ़िए और जानिए कि आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में किन 3 मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी।
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विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी रोजगार के अभाव में हुआ पलायन, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और स्कूल-कॉलेजों में अच्छी शिक्षा के अभाव को चुनावी मुद्दा बनाएगी। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी कह चुके हैं कि रोजगार की कमी से पैदा हुआ पलायन, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और सरकारी स्कूल-कॉलेजों में अच्छी शिक्षा का अभाव, ये तीन मुद्दे उत्तराखंड के सबसे बड़े मुद्दे हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने इन्हीं मुद्दों पर फोकस किया और चुनाव में जीत हासिल की। उत्तराखंड के लिए भी आप ने यही रणनीति बनाई है। आम आदमी पार्टी दिल्ली वाला प्रयोग उत्तराखंड में दोहराएगी। रोजगार के लिए स्थानीय संसाधनों से जोड़कर स्वरोजगार और छोटे कारोबार को बढ़ावा दिया जाएगा। जिससे बेरोजगारी दूर होगी।
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दिल्ली में आप का मोहल्ला क्लिनिक फॉर्मूला कामयाब रहा है। उत्तराखंड में भी आम आदमी पार्टी मोहल्ला क्लिनिक खोलने का इरादा रखती है, ताकि दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाया जा सके। आप नेताओं का कहना है कि हम पलायन से खाली गांव और खाली स्कूल दोनों समस्याओं पर वार करेंगे। उत्तराखंड के लोगों से राय लेकर आपदा नियंत्रण के लिए रणनीति बनाई जाएगी। गांवों में शहर जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। रोजगार के जरिए पलायन को रोकना आप की रणनीति में शामिल है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में भी जनता के सहारे चुनाव लड़ा जाएगा। पार्टी की ओर से कराए गए सर्वेक्षण में 62 फीसदी लोगों ने कहा कि आम आदमी पार्टी को उत्तराखंड में चुनाव लड़ना चाहिए। बीजेपी और कांग्रेस के शोषण का शिकार हुई उत्तराखंड की जनता आप को तीसरे विकल्प के तौर पर देख रही है।