उत्तराखंड के लिए गौरवशाली पल, एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन यशपाल नेगी को मिले दो मेडल
बालाकोट एयर स्ट्राइक की योजना बनाने और उसे अंजाम देने वाले उत्तराखंड के लाल ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी को एयर फोर्स डे पर एक साथ दो पदक से सम्मानित किया गया।
Oct 9 2020 6:41PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड के जांबाज युद्ध नायकों के शौर्य की कहानियां पूरी दुनिया में मशहूर हैं। यहां के लोगों की देशभक्ति का कोई जवाब नहीं। सेना में बहादुरी दिखाने के मामले में उत्तराखंड का बड़ा नाम है। एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी ऐसे ही जांबाज बहादुरों में से एक हैं। पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में जैश-ए- मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की योजना बनाने और उसे अंजाम देने वाले उत्तराखंड के लाल ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी को एयर फोर्स डे पर एक साथ दो पदक से सम्मानित किया गया। बात जब वीरता पुरस्कारों की हो तो उसमें उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व हमेशा दिखता है। इस बार एयर फोर्स डे के मौके पर वायु सेना ने जिन जांबाजों को सम्मानित किया, उनमें देहरादून के रहने वाले ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी भी शामिल हैं।
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पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में बालाकोट एयर स्ट्राइक को अंजाम देने में ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने एयर स्ट्राइक की योजना बनाने से लेकर इसे अंजाम देने तक में अहम भूमिका निभाई। वायु सेना दिवस के मौके पर उन्हें दो-दो पदक देकर सम्मानित किया गया। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर आयोजित समारोह में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने उन्हें बालाकोट एयर स्ट्राइक के लिए युद्ध सेवा मेडल से नवाजा। जबकि वायु सेना में उल्लेखनीय सेवा के लिए उन्हें विशिष्ट सेवा मेडल प्रदान किया गया। ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी ने एयर फोर्स की तरफ से विशेष सम्मान हासिल कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी उन्हें वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया था। ग्रुप कैप्टन यशपाल नेगी उन चुनिंदा अफसरों में शामिल हैं, जिन्होंने बालाकोट में हुए एयर स्ट्राइक की पूरी प्लानिंग की थी। आगे पढ़िए
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वह एक कॉम्बेट पायलट हैं। उन्होंने अपने सेवा काल के दौरान अब तक कई पदक हासिल किए हैं। ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी का परिवार देहरादून के शास्त्रीनगर में रहता है। वो मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के दल्ला गांव के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई पुराने टिहरी के कॉन्वेंट स्कूल में हुई। आगे की पढ़ाई के लिए वो सैनिक स्कूल लखनऊ गए। वहीं से वो साल 1990 में एनडीए में सेलेक्ट हुए। उस वक्त उनकी ऑल इंडिया में पांचवीं रैंक आई थी। एनडीए से ग्रेजुएशन करने के बाद वो एयर फोर्स अफसर की ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद चले गए। 16 दिसंबर 1995 में वह एयर फोर्स के फ्लाइंग ब्रांच में पायलट के तौर पर कमीशन हुए थे। इस वक्त ग्रुप कैप्टन यशपाल सिंह नेगी एयर फोर्स स्टेशन श्रीनगर में तैनात हैं। उन्होंने हर पहाड़वासी को खुद पर गर्व करने का अवसर दिया है। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से उन्हें ढेरों शुभकामनाएं।