उत्तराखंड के लिए गौरवशाली पल.. कविंद्र बिष्ट ने अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग में जीता सिल्वर मेडल
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का मान बढ़ाने वाले बॉक्सर कविंद्र एयरफोर्स में जॉब करते हैं। वो देहरादून स्थित डीएवी कॉलेज के छात्र भी रह चुके हैं।
Nov 4 2020 3:38PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड के होनहार खिलाड़ी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। इन्हीं युवा खिलाड़ियों में से एक हैं बॉक्सर कविंद्र सिंह बिष्ट। जिन्होंने अपनी शानदार उपलब्धि से एक बार फिर उत्तराखंड का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। पिथौरागढ़ के कविंद्र फ्रांस में हुई अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश के लिए रजत पदक जीतने में कामयाब रहे। उनकी इस उपलब्धि से खेल प्रेमियों में जश्न का माहौल है। तमाम खेल संगठनों ने उन्हें बधाई दी। उनकी उपलब्धि पर खुशी जताई। फ्रांस में हुई एलेक्सिस वेस्टाइन अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में दुनियाभर के बॉक्सर हिस्सा लेने पहुंचे थे। इन्हें पछाड़ते हुए कविंद्र रजत पदक जीतने में कामयाब रहे। उनकी इस उपलब्धि पर सीमांत जिले में खुशी की लहर है
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फ्रांस में 28 से 30 अक्टूबर के बीच अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसमें कविंद्र ने 56 किग्रा भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया। देशवासियों को उनसे जीत की उम्मीदें थीं, और कविंद्र ने उन्हें निराश भी नहीं किया। वो शुरू से ही दूसरे प्रतिभागियों पर भारी रहे। क्वार्टर फाइनल में बाई मिलने के बाद वो सेमीफाइनल में पहुंचे। जहां उनका मुकाबला फ्रांस के मुक्केबाज से हुआ। कविंद्र उसे 3-0 के अंतर से हराने में कामयाब रहे। इसी के साथ उनकी फाइनल में एंट्री हो गई। फाइनल में कविंद्र और मेजबान फ्रांस के मुक्केबाज के बीच कड़ा मुकाबला हुआ।
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जिसमें कविंद्र को 2-1 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि वो देश के लिए रजत पदक जीतने में कामयाब रहे। चलिए अब आपको बॉक्सर कविंद्र सिंह बिष्ट के बारे में और जानकारी देते हैं। वो मूल रूप से कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं। उनका परिवार रई क्षेत्र में रहता है। कविंद्र एयरफोर्स में जॉब करते हैं। वो देहरादून स्थित डीएवी कॉलेज के छात्र भी रह चुके हैं। कविंद्र अब तक कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं। उन्होंने पिछले साल थाईलैंड के बैंकॉक में हुई एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश के लिए रजत पदक भी जीता था। कविंद्र ने एशियाड मुक्केबाज कै. धरम चंद से बॉक्सिंग की बारीकियां सीखीं। वो कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश और प्रदेश को गौरवान्वित कर चुके हैं।