देहरादून: DGP अशोक कुमार का नेक काम..एक फोन पर लिया एक्शन, बच गई बुजुर्ग की जान
बीमार बुजुर्ग को उनकी बेटी अस्पताल लेकर आई थी। इसी दौरान बुजुर्ग अचानक लापता हो गए। लापता बुजुर्ग की तलाश के लिए डीजीपी ने जो किया उसके लिए उनकी हर तरफ तारीफ हो रही है।
Dec 13 2020 7:50PM, Writer:Komal negi
डीजीपी अशोक कुमार ने पदभार संभालते वक्त पुलिसिंग को और सशक्त बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में ऐसी व्यवस्था लागू की जाएगी, जिससे आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। डीजीपी के प्रयासों का असर प्रदेश में दिखने भी लगा है। हाल में उनके प्रयासों से एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान बचाने में मदद मिली। ये बुजुर्ग अपनी बेटी के साथ अस्पताल आए हुए थे। जहां से वो अचानक लापता हो गए। बाद में अस्पताल के डॉक्टर ने डीजीपी अशोक कुमार को फोन किया। डीजीपी ने रात को ही अफसरों को बुजुर्ग की खोजबीन करने के आदेश दिए। इस तरह समय पर कार्रवाई शुरू हुई और बुजुर्ग को रात में ही ढूंढ लिया गया। घटना राजपुर क्षेत्र की है। जहां एक बुजुर्ग जीएन सिंह अपनी बेटी के साथ मैक्स हॉस्पिटल आए हुए थे। बुजुर्ग के चेकअप के बाद बेटी पिता को वेटिंग हॉल में बैठाकर दवाएं लेने चली गई। जब बेटी वापस लौटी तो पिता मौके पर नहीं थे। वो बुरी तरह घबरा गई। आसपास ढूंढने के बाद भी जब बुजुर्ग नहीं मिले तो बेटी ने पुलिस को सूचना दी। आगे पढ़िए
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अस्पताल के डॉक्टर पुनीत त्यागी ने भी डीजीपी को फोन कर घटना के बारे में बताया। डीजीपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों को बुजुर्ग की तलाश के निर्देश दिए। डीजीपी के निर्देश पर फौरन कार्रवाई हुई। पुलिस ने रात डेढ़ बजे बुजुर्ग को ढूंढ लिया। थानाध्यक्ष राजपुर राजेश शाह ने बताया कि डीजीपी का संदेश मिलने पर वो बुजुर्ग को ढूंढ रहे थे। इस दौरान बुजुर्ग क्षेत्र के आखिरी गांव में सड़क किनारे गिरे हुए मिले। पुलिस ने उनसे इस बारे में पूछा तो बुजुर्ग ने बताया कि वो वॉक पर आए हुए थे। खैर डीजीपी द्वारा समय पर उठाए गए एक कदम से बुजुर्ग को ढूंढ लिया गया। समय पर मदद मिलने से उनकी जान बच गई। बुजुर्ग की गुमशुदगी के मामले में पुलिस ने जिस तत्परता से काम किया, उसके लिए डीजीपी अशोक कुमार और दून पुलिस की जमकर तारीफ हो रही है।