image: DM stopped officers salary in Tehri

गढ़वाल: ड्यूटी से गायब मिले अधिकारी..DM ईवा ने दिए वेतन रोकने के आदेश

डीएम ने कुछ दिन पहले मुख्य सचिव की बैठक से गायब रहने वाली सीएमओ का वेतन रोकने के निर्देश दिए थे। दूसरे अधिकारियों ने इससे भी सबक नहीं लिया, अब नतीजा सबके सामने है।
Jan 10 2021 12:33AM, Writer:Komal Negi

नई टिहरी में विभागीय बैठकों को ‘फोरग्रांटेड’ लेने वाले अधिकारी नपने शुरू हो गए हैं। बैठकों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ डीएम ईवा श्रीवास्तव तत्काल एक्शन ले रही हैं। कुछ दिन पहले मुख्य सचिव की बैठक से गायब रहने वाली सीएमओ का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए थे। दूसरे अधिकारियों ने इस मामले से भी सबक नहीं लिया, अब नतीजा सबके सामने है। डीएम ने नई टिहरी के जिला पूर्ति अधिकारी और जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी का जनवरी का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। वजह वही है, बैठक से गायब रहना। ये दोनों अधिकारी क्यूआरटी कैंपों में अनुपस्थित रहे। जिस पर डीएम ईवा श्रीवास्तव ने नाराजगी जताई।

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: बचपन में भाई को उतारा मौत के घाट, बाद में पत्नी को मारा ..अब गिरफ्तार हुआ हैवान
डीएम ईवा श्रीवास्तव ने दोनों अधिकारियों से जवाब तलब किया है। साथ ही अधिकारियों का जनवरी महीने का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए। उत्तराखंड में नौकरशाही का हाल किसी से छिपा नहीं है। अधिकारी अपने दफ्तर तो दूर, विभागीय बैठकों में पहुंचना तक जरूरी नहीं समझते। हर जिले का यही हाल है, लेकिन नई टिहरी में ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। हाल में डीएम ईवा श्रीवास्तव ने क्यूआरटी कैंपों में अनुपस्थित रहने वाले दो अधिकारियों के खिलाफ वेतन रोकने की कार्रवाई की। डीएम ईवा ने बताया कि दोनों अधिकारियों से मामले में जवाब देने को कहा गया है। अगर अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं, तो अग्रिम विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: तेज रफ्तार गाड़ी ने स्कूटी को मारी टक्कर..पिता की मौत, बेटे की हालत गंभीर
डीएम ने बताया कि आम लोगों को हो रही परेशानियों के समाधान के लिए मुख्यमंत्री की निगरानी में मुख्यमंत्री त्वरित समाधान सेवा (क्यूआरटी) कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। विकासखंड स्तर पर क्यूआरटी कैंप आयोजित हो रहे हैं। इनमें सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य है, ताकि जन शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया जा सके और जनता को लाभ मिले। ऐसे कार्यक्रमों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। डीएम ईवा श्रीवास्तव ने जिला आयुर्वेदिक अधिकारी, महाप्रबंधक उद्योग, अधिशासी अभियंता विद्युत और जल संस्थान के अधिकारियों को भी भविष्य में होने वाले क्यूआरटी कैंपों में प्रतिभागिता सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। डीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि आदेश की अवहेलना करने पर सैलरी रोकने के साथ ही जरूरी कार्रवाई भी की जाएगी।


View More Latest Uttarakhand News
View More Trending News
  • More News...

News Home