उत्तराखंड: बिना हेलमेट पहने स्कूटी चला रहा था पार्षद का बेटा, पुलिस ने की कार्रवाई..मचा हंगामा
रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में एक महिला दारोगा ने भाजपा के एक नामित पार्षद और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया है। जानिए वजह-
Jan 10 2021 9:26PM, Writer:Komal Negi
रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पर एक महिला दारोगा ने भाजपा के एक नामित पार्षद और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया है। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच में इस घटना के बाद से आक्रोश साफ झलक रहा है और वे घटना के बाद से ही कोतवाली के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोप है कि पार्षद का बेटा बिना हेलमेट और बिना मास्क के स्कूटी से सवार होकर कोतवाली के सामने से गुजर रहा था और कोतवाली में चेकिंग के दौरान महिला दारोगा ने पार्षद के बेटे को रोक लिया। जब उन्होंने उनके बेटे से गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा तो वह नहीं दिखा पाया। आरोप है कि पार्षद का बेटा उल्टा महिला दारोगा के साथ बहस करने लगा और बदसलूकी भी करने लगा। दोनों की बहस के दौरान पार्षद भी वहां पर पहुंच गया और पार्षद और उनका बेटा दोनों महिला दारोगा के साथ बहस करने लगे। जब बहस ज्यादा बढ़ गई तो महिला दरोगा पार्षद और उसके बेटे को कोतवाली ले कर आ गई।
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बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले के बाद से भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच में गुस्सा साफ झलक रहा है और वे कोतवाली के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया है। चलिए अब आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार रुड़की नगर निगम में भाजपा के नामित पार्षद आशुतोष सिंह रहते हैं। हाल ही में उनका बेटा अपनी स्कूटी में किसी काम से बाहर गया था और आरोप है कि उसने न तो हेलमेट पहना हुआ था और न ही मास्क लगाया हुआ था। जब वह कोतवाली के बाहर से गुजर रहा था तब वाहन की चेकिंग कर रही एक महिला दारोगा ने पार्षद आशुतोष के बेटे को रोक लिया। हेलमेट और मास्क ना होने पर उन्होंने उससे से स्कूटी के कागज मांगे।
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आरोप है कि पार्षद के बेटे के पास गाड़ी से संबंधित कोई भी कागज नहीं थे और वह उल्टा महिला दारोगा से बहस करने लगा। इसी दौरान पार्षद आशुतोष सिंह भी मौके पर पहुंचे और पुलिस एवं आशुतोष और उनके बेटे के बीच में कहासुनी काफी बढ़ गई जिसके बाद महिला दारोगा दोनों को कोतवाली ले कर आ गई। इस घटना का पता जैसे ही क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को लगा तो वे तुरंत ही कोतवाली पुलिस पहुंचे। मगर उनका आरोप है कि कोतवाली पुलिस में उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि वे लोग केवल पूरे मामले की जानकारी लेने आए थे और मामले को सुलझाने के लिए आए थे मगर पुलिस ने कोतवाली में उनके साथ अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया इसके बाद अब भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी कोतवाली के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। वहीं पुलिस ने पार्षद के बेटे और पार्षद का चालान किया है।