उत्तराखंड: नदी किनारे मिला गुलदार का शव, खीराकोट गांव में दहशत
ग्रामीणों के अनुसार गुलदार कई मवेशियों को निवाला बना चुका था और अक्सर आबादी क्षेत्र में दिखाई देता था। मृत गुलदार की उम्र करीब छह साल है। पढ़िए पूरी खबर
Mar 1 2021 3:20PM, Writer:Komal Negi
घटते जंगलों के चलते वन्यजीव इंसानी बस्तियों में दाखिल हो रहे हैं। जो कि इंसानों के साथ-साथ वन्यजीवों के लिए भी घातक साबित हो रहा है। कहीं करंट लगने से हाथी जान गंवा रहे हैं तो कहीं वन्यजीव तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आ रहे हैं। ताजा मामला अल्मोड़ा के सोमेश्वर का है, जहां मैनोली नदी के किनारे एक गुलदार मृत पाया गया। गुलदार की मौत किस वजह से हुई, ये अभी पता नहीं चल पाया है। वन विभाग के अधिकारियों ने गुलदार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना खीराकोट गांव के पास की है। जहां नदी किनारे एक नर गुलदार मृत अवस्था में मिला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी। जिसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार का शव अपने कब्जे में लेकर उसे रेंज कार्यालय सोमेश्वर पहुंचाया। गुलदार के शव को पोस्टमार्टम के लिए रेस्क्यू सेंटर अल्मोड़ा कार्यालय ले जाया गया है।
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गुलदार के मृत मिलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि गुलदार पिछले कई महीनों से क्षेत्र में सक्रिय था। कई मवेशियों को गुलदार निवाला बना चुका था और अक्सर आबादी क्षेत्र में दिखाई देता था। वन अधिकारियों ने बताया कि मृत नर गुलदार की लंबाई 2 मीटर और ऊंचाई 70 सेंटीमीटर है। उसकी उम्र लगभग 6 वर्ष है। गुलदार के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। गले में एक कॉलर लगी हुई मिली है, जो शायद वन विभाग ने गुलदार की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए लगाई हो। वन विभाग कॉलर की जांच करेगा। माना जा रहा है कि गुलदार की मौत 2-3 दिन पहले हुई होगी, क्योंकि उसका शरीर सड़ने लगा था। शरीर से दुर्गंध आ रही थी। फिलहाल वन अधिकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद ही गुलदार की मौत के कारणों का पता चल सकेगा।