उत्तराखंड में थमा सियासी तूफान, त्रिवेंद्र ही बने रहेंगे सीएम..जानिए अब तक की अपडेट
बीजेपी नेताओं ने असंतोष की खबरों को गलत बताया है, विधायक दल की कोई फॉर्मल बैठक भी नहीं बुलाई गई है, ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत पर मंडरा रहा सियासी संकट फिलहाल टल गया है।
Mar 9 2021 10:57AM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में पिछले चार दिनों से जारी सियासी भूचाल फिलहाल थम गया है। पार्टी हाईकमान की तरफ से जिस तरह के संकेत मिले हैं, उसे देख लगता है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे हैं। विधायक दल की कोई फॉर्मल बैठक भी नहीं बुलाई गई है, ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत पर मंडरा रहा संकट फिलहाल टल गया है। सोमवार देर रात बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने इस संबंध में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को किसी भी विधायक को बातचीत के लिए नहीं बुलाया गया है। फिलहाल विधायक दल की कोई फॉर्मल बैठक नहीं बुलाई गई है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने एक और जरूरी बात कही। उन्होंने साफ किया कि बीजेपी के विधायकों में सीएम को लेकर कोई रोष नहीं है। जो भी नीतिगत निर्णय हैं, वो बीजेपी का पार्लियामेंट्री बोर्ड लेता है। उसकी हमें जानकारी नहीं है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले प्रदेश के एक धड़े के नेताओं के सीएम त्रिवेंद्र के नेतृत्व से नाराज होने की खबरें आई थीं।
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शनिवार दोपहर अचानक बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक की सूचना आई। सूचना के साथ नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल विस्तार की अफवाहें भी हवाओं में तैरने लगीं। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह और बीजेपी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार शनिवार को अचानक बतौर केंद्रीय पर्यवेक्षक देहरादून पहुंचे थे। इस बीच राज्य के कई नेताओं को आनन-फानन में दिल्ली से देहरादून बुलाया गया। दो दर्जन विधायकों को दो-तीन हेलीकॉप्टर के जरिए गैरसैंण से देहरादून एयरलिफ्ट किया गया। बताया जा रहा था कि जल्द ही विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी, ऐसा होने पर मुख्यमंत्री का बदला जाना तय था। इधर, नेतृत्व परिवर्तन की खबरों के बीच सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात के लिए सोमवार को दिल्ली पहुंच गए। फिलहाल जिस तरह की रिपोर्ट्स आ रही हैं, उसे देख लगता है कि सीएम त्रिवेंद्र डैमेज कंट्रोल करने में कामयाब रहे हैं। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने उत्तराखंड के घटनाक्रम के संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।