गढ़वाल से दुखद खबर...जंगल की आग बुझाते-बुझाते जिंदा जला बुजुर्ग, दर्दनाक मौत
रघुवीर लाल खेतों की जुताई के बाद आग बुझाने गए हुए थे। तभी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आगे पढ़िए पूरी खबर
Apr 14 2021 3:06PM, Writer:Komal Negi
गर्मी का मौसम राज्य सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है। पौड़ी से लेकर पिथौरागढ़ तक जंगल धधक रहे हैं। जंगल में लगी आग वन संपदा को राख करने के साथ-साथ लोगों की जान लील रही है। चमोली के रहने वाले 65 वर्षीय रघुवीर लाल के साथ भी यही हुआ। जंगल की आग बुझाते वक्त रघुवीर लाल बुरी तरह झुलस गए, जिस वजह से उनकी दर्दनाक मौत हो गई। हादसा गैरसैंण इलाके में हुआ। जहां रिठिया स्टेट के रिंगालसैंण में जंगल की आग बुझाते समय बुजुर्ग की झुलसकर मौत हो गई। रघुवीर लाल गड़ोली इलाके में रहते थे। ग्रामीणों के अनुसार संबंधित वन क्षेत्र स्थानीय विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी के परिजनों का है। रघुवीर लाल ही इसकी देखरेख करते थे। मंगलवार को वो रिठिया स्टेट में रिंगालसैंण के सिविल जंगल में लगी आग को बुझा रहे थे। इस दौरान वो आग की लपटों में घिर गए। रघुवीर लाल की चीख सुनकर ग्रामीण उनकी तरफ दौड़ पड़े।
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ग्रामीणों ने रघुवीर को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। बाद में घटना की सूचना वन विभाग के अधिकारियों और पुलिस को दी गई। रिठिया के सरपंच ने बताया कि ये क्षेत्र सिविल वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। घटना के वक्त रघुवीर लाल खेतों की जुताई के बाद आग बुझाने गए हुए थे। तभी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीण उन्हें बचा पाते, इससे पहले ही रघुवीर की दर्दनाक मौत हो गई। इन दिनों उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग की वजह से जगह-जगह हादसे हो रहे हैं। पिछले दिनों अल्मोड़ा में जंगल की आग बुझाते वक्त एक वृद्धा आग की चपेट में आ गई थी। वो 63 फीसदी तक झुलस गई थी। महिला को इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर करना पड़ा था। जंगल की आग से खेतों में खड़ी फसल और घरों को भी नुकसान पहुंच रहा है।