गढ़वाल: 1 ही गांव में धार्मिक अनुष्ठान के बाद 31 लोग कोरोना पॉजिटिव..बाकी लोगों पर भी खतरा
गजब बात ये है कि गांव के लोग अब भी अपनी लापरवाही को स्वीकार करने की बजाय इसे देवी का दोष बता रहे हैं। उनका कहना है कि देवी के रुष्ट होने की वजह से ही गांव वालों की जान आफत में पड़ी है।
May 1 2021 5:08PM, Writer:Komal Negi
प्रदेश में कोरोना हर दिन विकराल हो रहा है। हालात कितने नाजुक बने हुए हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना नए केसों के साथ अब मौतों के मामले में भी हर दिन रिकॉर्ड बनाने लगा है। कोरोना से हर तरफ तबाही मची है, लेकिन कुछ लोग अब भी सुधर नहीं रहे। इन चंद लोगों की गलती का खामियाजा दूसरे लोगों को संक्रमित होकर भुगतना पड़ रहा है। लापरवाही का ऐसा ही एक नमूना रुद्रप्रयाग जिले में देखने को मिला। यहां कोरोना काल के दौरान बसुकेदार तहसील के मणिगुह गांव में एक धार्मिक यात्रा का आयोजन हुआ। जिसके बाद गांव में एक साथ 31 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गांव के अन्य लोगों के भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की संभावना जताई है। मणिगुह गांव को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है।
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गजब बात ये है कि गांव के लोग अब भी अपनी लापरवाही को स्वीकार करने की बजाय इसे देवी का दोष बता रहे हैं। एक ग्रामीण ने बताया कि देवी को मूल स्थान से बाहर निकाले बिना और पश्वा को साथ लिए बिना गांव में कुछ लोगों ने देवी मां की दिवारा यात्रा निकाली। जिस वजह से देवी रुष्ट हो गईं, और गांव में कोरोना का विस्फोट हुआ। बता दें कि पिछले दिनों मणिगुह गांव में एक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन हुआ था। यहां क्वारिका देवी की दिवारा बन्याथ निकाली गई। जिसमें भारी भीड़ जमा हुई थी। ग्रामीणों ने कोरोना संबंधी गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाईं, इस लापरवाही का नतीजा सबके सामने है। यहां एक के बाद एक 31 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। संक्रमण रोकथाम के लिए गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। गांव के लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि सभी संक्रमितों की पहचान हो सके और उन्हें जल्द से जल्द आइसोलेट किया जा सके।