उत्तराखंड: जुम्मा गांव में भूस्खलन से कोहराम..7 लोग लापता, 2 मासूमों के शव मिले
घटना के बाद गांव के करीब सात लोग लापता बताए जा रहे थे। इनमें से दो बच्चों के शव मलबे से बरामद कर लिए गए, 5 लोग अब भी लापता हैं।
Aug 30 2021 1:24PM, Writer:Komal negi
इस वक्त उत्तराखंड बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। बारिश ने पहाड़ों में जमकर कहर बरपाया है। रविवार को सीमांत जिला पिथौरागढ़ आपदा के चलते हुई तबाही का गवाह बना। यहां धारचूला के जुम्मा गांव में जामुनी तोक में लगभग पांच और सिरौउड़यार तोक में दो आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मलबे की शक्ल में आया सैलाब घरों और ग्रामीणों को अपने साथ बहाता ले गया। घटना के बाद से गांव के करीब सात लोग लापता बताए जा रहे थे। इनमें से दो बच्चों के शव मलबे से बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 5 लोग अब भी लापता हैं। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि देर रात जुम्मा गांव में अतिवृष्टि के कारण हुई तबाही की सूचना मिली। यहां कई लोग लापता थे। सूचना के तत्काल बाद घटना क्षेत्र में राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ और रेस्क्यू टीम को भेजा गया। एनडीआरएफ भी क्षेत्र मे राहत और बचाव कार्य में जुटी है। सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम ने गांव से दो शव बरामद किए हैं। 5 लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की सूचना है।
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सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत एवं 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है। इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया गया है। मैं वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान से फोन पर बात कर जुम्मा गांव में हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने डीएम को प्रभावितों को हर जरूरी मदद तुरंत मुहैया कराने के निर्देश दिए। डीएम ने भी अधिकारियों के साथ बैठक कर मौके पर राहत एवं बचाव कार्य कराने के साथ ही क्षेत्र में राहत सामग्री भेजने के निर्देश दिए हैं। वहीं बात करें मौसम की तो मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।