शौर्य चक्र: मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता ने हिम्मत नहीं हारी..आज हैं सेना में लेफ्टिनेंट
ओटीए चेन्नई में अंतिम पग पार करते ही नीतिका ढौंडियाल (Major Vibhuti Dhoundiyal Nikita Kaul Dhoundiyal) का सपना आखिरकार पूरा हो गया था।
Nov 22 2021 7:42PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
साल 2019 में पुलवामा में आतंकियों संग हुए एनकाउंटर में देहरादून के रहने वाले मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहीद हो गए थे। अब राष्ट्रपति द्वारा उनकी अद्म्य वीरता को नमन करते हुए मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया गया है। जिस दौरान तिरंगे में लिपटे विभूति का पार्थिव शरीर लौटा था तब उनकी पत्नी नीतिका कौल (Major Vibhuti Dhoundiyal Nikita Kaul Dhoundiyal) के साथ उनकी आखिरी मुलाकात ने सभी की आंखें नम कर दी थीं। शादी के सिर्फ 10 महीने बाद ही पति को खोने पर भी नीतिका ने खुद की हिम्मत बनाए रखी। उन्होंने खुद को टूटने नहीं दिया। सेना में अफसर बन नीतिका ने साबित कर दिया कि हौसला, जज्बा, लगन और मेहनत की बदौलत इंसान सारी बाधाओं पर विजय पा सकता है। ओटीए चेन्नई में अंतिम पग पार करते ही नीतिका ढौंडियाल का सपना आखिरकार पूरा हो गया। अब वो शहीद पति की तरह देश की सेवा कर रही हैं। लेफ्टिनेंट नीतिका ने पिछले साल इलाहाबाद में वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा पास की थी। परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से ट्रेनिंग ली। इसी साल मई के महीने मेंं वो ट्रेनिंग पूरी कर सेना में शामिल हो गईं।
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पौड़ी गढ़वाल के लाल थे विभूति
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8 फरवरी 2019 में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद होने वाले मेजर विभूति ढौंडियाल का परिवार मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के बैजरों के पास स्थित ढौंड गांव का रहने वाला है। उनका परिवार 1952 में देहरादून में बस गया था। विभूति के पिता और दादा दोनों ही राजपुर रोड स्थित एयरफोर्स के सीडीए कार्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे।
शादी के 10 महीने में ही हुए शहीद
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तीन बहनों में सबसे छोटे 34 साल के मेजर विभूति शादी के महज 10 महीने बाद ही देश के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए थे। पति की शहादत के बाद नीतिका (Major Vibhuti Dhoundiyal Nikita Kaul Dhoundiyal) ने भी सेना में जाने की ठानी और आखिरकार अपने सपने को सच करने में कामयाब रहीं।