उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: हरक सिंह रावत को लेकर चर्चाएं फिर शुरू, BJP की बढ़ेगी टेंशन !
बीजेपी के प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक में यूं तो सभी बीजेपी नेता मौजूद थे, लेकिन हरक सिंह रावत इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इसे हरक की नाराजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
Jan 16 2022 9:39AM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से भी कम वक्त शेष रह गया है। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी समेत अन्य दलों ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। उत्तराखंड में भी बीजेपी जल्द ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर सकती है।
Harak Singh Rawat ignore BJP Core Group Meeting:
उत्तराखंड बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक जारी है। बैठक में प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में चुनाव क्षेत्रों से लाए गए नामों की पेटी खोली गईं। वरिष्ठ नेताओं के बीच इन नामों पर गहन मंथन हुआ। प्रत्याशियों के चयन के लिहाज से ये बैठक बेहद अहम है, लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इस बैठक से कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत नदारद रहे। बैठक में हरक की गैरमौजूदगी के चलते सियासी गलियारों में एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। आगे पढ़िए...
बैठक में केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत व विजय बहुगुणा, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र भंडारी व सुरेश भट्ट, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, धन सिंह रावत और राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल समेत तमाम बड़े नेता मौजूद रहे।
बीजेपी के प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक में यूं तो सभी बीजेपी नेता मौजूद थे, लेकिन हरक सिंह रावत इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इसे हरक की नाराजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। संपर्क करने पर हरक सिंह रावत ने बताया कि वो देहरादून में ही हैं। उन्हें कोर ग्रुप की बैठक की सूचना देर से मिली। जिसके चलते वह बैठक में नहीं पहुंच पाए। उधर, प्रत्याशियों के चयन को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि सभी चुनाव क्षेत्रों से पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट प्राप्त हो गई हैं। बैठकों में नामों का पैनल तैयार करने के बाद इसे केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया जाएगा। केंद्रीय संसदीय बोर्ड नामों के पैनल पर विचार करने के बाद प्रत्याशियों की घोषणा करेगा।