पहाड़ी स्टाइल टोपी बनी BJP की ऑफिशियल टोपी, उत्तराखंड और गुजरात से है खास कनेक्शन
भाजपा ने उत्तराखंड की Pahari style cap को BJP official टोपी घोषित कर दिया है। सभी सांसदों को टोपी भेज दी गई है।
Apr 6 2022 6:58PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
भाजपा के नेता अब आपको उत्तराखंड के स्टाइल की केसरिया टोपी पहने हुए नजर आएंगे। जी हां, अब आपको बीजेपी के सभी सांसद और नेताओं के सिर पर आपको केसरिया टोपी नजर आएगी।
BJP official Pahari style cap
दरअसल भाजपा पहाड़ी स्टाइल केसरिया टोपी को पार्टी की पहचान बनाने की कोशिश में लगी है और इसी को देखते हुए भाजपा ने उत्तराखंड की पहाड़ी स्टाइल टोपी को बीजेपी की ऑफिशियल टोपी घोषित कर दिया है। पीएम मोदी भी इस टोपी को पहन चुके हैं। अब यह टोपी भाजपा की पहचान बनने जा रही है। इस केसरिया टोपी को पार्टी अपने सभी सांसदों तक भी पहुंचा रही है। सब जानते हैं कि इस टोपी का उत्तराखंड और गुजरात से खास कनेक्शन है। बता दें कि सबसे पहले पहाड़ी टोपी पीएम ने पहनी थी जिसे बाद में भाजपा वालों ने दोबारा से डिजाइन किया और अब यही बीजेपी की ऑफिशल टोपी होगी और आपको भाजपा के सभी सांसद और कार्यकर्ता इस केसरिया रंग की टोपी में नजर आएंगे। । दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने अहमदाबाद में रोड शो के दौरान यह टोपी पहनी थी और अब इस टोपी को सभी बड़े नेताओं के अलावा बीजेपी के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को भी भेजा जा रहा है। आगे पढ़िए
भाजपा संसदीय दल कार्यालय को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह हर भाजपा सांसद के पास यह टोपी पहुंचाएं। लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर भाजपा के सभी 400 सांसदों को यह टोपी और साथ में एक किट भी पहुंचाई जा रही हैं और इस किट में बीजेपी के निशान वाली पांच टोपियां हैं। इसके अलावा भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता भी केसरिया टोपी पहना करेंगे। बता दें कि यह गुजरात बीजेपी ने खासतौर पर तैयार करवाई है और इस नई टोपी की डिजाइन में ब्रह्म कमल का फूल भी है। इस बार पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस पर यह टोपी पहनी थी। टोपी का रंग भगवान इसलिए है क्योंकि भगवा रंग भारतीय जनता पार्टी की पहचान है। भाजपा और भगवा रंग का कनेक्शन किसी से छुप नहीं पाया है। यह केसरिया टोपी भाजपा और उसकी विचारधारा से जुड़ी हुई है। दरअसल आजादी से पहले आरएसएस के कार्यकर्ता केसरी रंग की टोपी पहना करते थे और अब उसी टोपी को भाजपा अपनी ऑफिशियल टोपी बनाने जा रही है।