पिथौरागढ़-बागेश्वर में मूसलाधार बारिश के बाद उफान पर नदियां, निचले इलाकों में अलर्ट जारी
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भारी वर्षा से जौलजीबी मुनस्यारी मार्ग पूरी तरह से बंद, बागेश्वर में सरयू का जलस्तर भी बढ़ा
Jun 29 2022 2:42PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बीती रात से ही वर्षा का क्रम जारी है। बात करें पिथौरागढ़ जिले के सीमांत इलाकों की तो वहां भारी वर्षा हुई है।
heavy rain in Pithoragarh Bageshwar
बारिश के कारण वहां कई स्थानों पर पहाड़ी से मलबा आ गया है। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में 85 एमएम, डीडीहाट में 30 एमएम वर्षा हुई है। काली नदी का जल स्तर चेतावनी लेबल से ऊपर पहुंच गया है और गोरी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।धारचूला-तवाघाट-लिपुलेख मार्ग मलगाद, मांगती और गर्बधार मार्ग भारी मलबा आने से बंद है। वहीं तहसील बंगापानी क्षेत्र में सेरा के पास मलबा आने से जौलजीबी-मदकोट-मुनस्यारी मार्ग बंद है। पहाड़ की तरफ से लगातार मलबा गिर रहा है। अब बात करते हैं बागेश्वर बागेश्वर में भी बारिश के कारण हालात खतरनाक हो रखे हैं। बागेश्वर के कपकोट में सुबह से हो रही वर्षा से सरयू नदी उफनाई हुई है। चम्पावत, नैनीताल, अल्मोड़ा और रुद्रपुर शहर में भी बादल छाए हुए हैं और वर्षा के आसार बने हैं। वहीं मौसम विभाग ने लोगों को सुरक्षित रहने की अपील की है। मौसम विभाग ने छोटी नदी, नालों के समीप रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर रहने और बरसात के दिनों में पहाड़ों पर आवागमन के दौरान सावधानी बरतने की अपील भी की है।