उत्तराखंड BJP की रैली में फटे गैस के गुब्बारे, शशांक रावत समेत कई कार्यकर्ता झुलसे
बीजेपी युवा मोर्चा की रैली में गैस के गुब्बारे फटने से लगी भयंकर आग, शशांक रावत समेत कई कार्यकर्ता झुलसे
Sep 7 2022 6:22PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
देहरादून में बीजेपी युवा मोर्चा की रैली में आज एक गंभीर हादसा हो गया।
Gas balloons burst at Dehradun BJP rally
यहां पर जीप में बंधे गैस के गुब्बारे धमाके के साथ फूट गए। इस हादसे में बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष शशांक रावत समेत कई भाजपा के कार्यकर्ता बुरी तरह झुलस गए हैं। शशांक रावत उत्तराखंड के नवनियुक्त बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष हैं जो कि हादसे में बुरी तरह झुलस गए हैं और उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर चिकित्सकों की निगरानी में उनका उपचार किया गया। दरअसल, आज बीजेपी महानगर अध्यक्ष अंशुल चावला के नेतृत्व में शशांक रावत के स्वागत के उपलक्ष्य में कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली थी। कनक चौक के निकट बाइक रैली शुरू हुई और घंटाघर पहुंची। जैसे ही बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष शशांक रावत जीप पर चढ़े। तभी अचानक जीप में बंधे गुब्बारे फूट गए और आग लग गई जिसमें बीजेपी युवा मोर्चा के 6 कार्यकर्ता झुलस गए
आनन-फानन में सबको पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल के इमरजेंसी में लाया गया जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल (कोरोनेशन अस्पताल) के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर दीपक गहतोड़ी के मुताबिक शशांक रावत का अपसाइट का फेस जला हुआ था। वहीं घायल हुए अन्य कार्यकर्ता अंशुल चावला का बायां कान झुलस गया था, जबकि, ऋषभ पाल के चेहरे पर बर्न था। उन्होंने बताया कि नवीन कुमार के राइट हैंड पर रेडनेस थी. वहीं, उत्कर्ष के सिर पर बाल जल गए थे। समर गुप्ता के माथे पर जलने के निशान थे। शशांक रावत समेत घायल अन्य कार्यकर्ताओं को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। शशांक रावत को थोड़ी देर के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा गया था। सभी को दवाइयां और फर्स्ट एड देकर एक बार फिर कल अस्पताल में दिखाने को कहा गया है। वहीं, हादसे की सूचना के बाद घायल बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं का हालचाल जानने देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा और कांग्रेस उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्साल पहुंचे और डॉक्टरों से उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली और घायल कार्यकर्ताओं का हालचाल जाना।