भिकियासैंण में दलित नेता की हत्या के बाद आक्रोश, सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब
प्रदर्शनकारियों ने जगदीश हत्याकांड में बीजेपी सरकार की चुप्पी व पीड़ित परिवार को कोई मुआवजा नहीं दिए जाने पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया।
Sep 12 2022 6:04PM, Writer:कोमल नेगी
अल्मोड़ा में सवर्ण जाति की युवती से विवाह करने पर पनुवाद्योखन गांव निवासी जगदीश चंद्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। भिकियासैंण में हुई इस घटना से हर कोई गुस्से में है।
Bhikiyasain Dalit leader Jagdish Chandra murder case
दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। 11 सितंबर को भिकियासैंण बाजार में सैकड़ों की तादाद में पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी सरकार, स्थानीय विधायक, पुलिस व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने जगदीश हत्याकांड में बीजेपी सरकार की चुप्पी व पीड़ित परिवार को कोई मुआवजा नहीं दिए जाने पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी तिवारी ने कहा कि जगदीश हत्याकांड को 11 दिन बीत चुके है, लेकिन स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री समेत किसी ने जगदीश के परिजनों के प्रति शोक संवेदना तक नहीं जताई। जगदीश की निर्मम हत्या में सरकार की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। आगे पढ़िए
उपपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी ने कहा की सीएम पुष्कर सिंह धामी, सांसद अजय टम्टा सल्ट आते हैं, लेकिन दोनों ने ही पीड़ित परिवार के लिए एक शब्द नहीं बोला। विधायक महेश जीना भी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने जगदीश, उसकी पत्नी गीता व परिजनों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए मामले की सुनावई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने व घटना के लिए जिम्मेदार अल्मोड़ा पुलिस व जिला प्रशासन की जांच कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही कहा कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने के साथ ही जगदीश की पत्नी और परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दी जाए। प्रदर्शन के दौरान अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बता दें कि सवर्ण जाति की गीता से विवाह करने पर दलित नेता जगदीश चंद्र को युवती के परिजनों ने बेरहमी से पीट दिया था। इससे जगदीश की मौत हो गई थी। हत्या के आरोप में चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।