उत्तराखंड से बेहद दुखद खबर, हिमस्खलन में 9 लोगों की मौत..32 लोग लापता
एवलांच की चपेट में आने से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान(निम) के 34 प्रशिक्षु और सात पर्वतारोहण प्रशिक्षक वहां फंसे थे।
Oct 4 2022 5:54PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में बारिश से मची तबाही थमी ही थी कि अब पर्वतीय क्षेत्रों में हिमस्खलन की वजह से परेशानियां बढ़ने लगी हैं। बीते दिनों केदारनाथ से एवलांच के कई वीडियो आए थे
Uttarkashi Draupadi ka danda avalanche
अब उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन की वजह से पर्वतारोहण ट्रेनिंग ले रहे प्रशिक्षार्थी बर्फ के पहाड़ पर फंस गए हैं। द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन के बाद नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम), उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के वहां फंसे होने की सूचना है। चिंता की बात है कि हादसे में 9 प्रशिक्षार्थियों की मौत भी हो गई है। बर्फ के पहाड़ पर फंसे प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए देहरादून से एसडीआरएफ की टीमें भेजी गईं हैं। प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए निम की टीम के साथ जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। बता दें कि नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 पहाड़ी पर बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। जिसमें बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। आगे पढ़िए
एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व नौ प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे। इनमें से 29 लोग एवलांच की चपेट में आये हैं। इस दुखद हादसे में 9 लोगों की मौत की खबर है। 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि 21 लोगों का रेस्क्यू कार्य गतिमान है। रेस्क्यू के लिए हेली सेवा की मदद ली जा रही है। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने को मदद मांगी है। सीएम धामी ने फंसे प्रशिक्षार्थियों के लिए सेना की मदद के लिए अनुरोध किया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हिमस्खलन की वजह से फंसे प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए हर संभव मदद की जाएगी। बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन के उत्तराखंड दौरे पर आने वाले हैं। वह चमोली जिले में स्थित माणा और औली में जाकर चीन बॉर्डर पर सैनिकों के साथ दशहरा मनाएंगे।