गढ़वाल से बेहद दुखद खबर: द्रौपदी का डांडा से 19 लाशें बरामद, 10 लोग अभी भी लापता
गुरुवार को रेस्क्यू दल ने Draupadi ka danda डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र से 15 शव बरामद किए। चार शव घटना के दिन ही बरामद हो गए थे।
Oct 7 2022 2:48PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
उत्तरकाशी में स्थित द्रौपदी का डांडा Draupadi ka danda चोटी को पर्वतारोहण के लिए सबसे सुरक्षित समझा जाता था, लेकिन रविवार को यहां प्रकृति का ऐसा रौद्र रूप देखने को मिला कि हर कोई सिहर गया।
Draupadi ka danda avalanche 19 bodies recovered
यहां हुए एवलांच हादसे में 19 पर्वतारोहियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। इनके शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 10 पर्वतारोही अब भी लापता हैं। क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। गुरुवार को रेस्क्यू दल ने डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र से 15 शव बरामद किए। चार शव घटना के दिन ही बरामद हो गए थे। बता दें कि रविवार को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का दल उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला था। इस दौरान हिमस्खलन हो गया, जिससे 29 सदस्य हिमस्खलन की चपेट में आकर लापता हो गए। गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे से घटनास्थल पर रेस्क्यू अभियान शुरू हुआ।
पैदल गई एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीम बुधवार को घटना स्थल से तीन घंटे की दूरी तक पहुंच गई थी। गुरुवार को रेस्क्यू टीम करीब साढ़े सात बजे घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। जबकि हाई एल्टीट्यूड वॉर वेलफेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम मातली हेलीपैड से सीधे घटना स्थल पर उतरी। यहां से 15 शव बरामद किए गए। इसकी सूचना मिलते ही रोते-बिलखते परिजन हेलीपैड पर जमा हो गए। करीब दोपहर 2 बजे प्रशासन ने परिजनों को बताया कि Draupadi ka danda पर मौसम खराब होने के कारण शवों को अभी लाना संभव नहीं है। मौसम साफ होने का इंतजार किया जा रहा है। कुछ देर बाद परिजन निराश होकर लौट गए। घटना स्थल पर निम के 42, आईटीबीपी के 12, एसडीआरएफ के 8, हाई एल्टीट्यूट वॉर फेयर स्कूल गुलमर्ग (हॉज) के 14 व सेना के 12 सदस्य रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए हैं।