उत्तराखंड में सच हुई स्पेशल 26 वाली कहानी: फर्जी विजिलेंस आई, 1 लाख रुपये लेकर चली गई
fake vigilance in haldwani सिंचाई विभाग में मुख्य अभियंता कार्यालय में फेक विजिलेंस टीम ने मारा छापा, 1 लाख रुपए लेकर फरार
May 22 2023 4:34PM, Writer:कोमल नेगी
हल्द्वानी के सिंचाई विभाग में मुख्य अभियंता कार्यालय में बीते शनिवार को कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे विभाग को हिला कर रख दिया।
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किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि कार्यालय में ऐसा कुछ हो जाएग। यहां पर विजिलेंस से छापा मार दिया। मगर प्लॉट ट्विस्ट ये है कि जो विजिलेंस टीम बनकर आए दरअसल वे फेक थे। वे कार्यालय से लाख रुपए हड़प कर नौ दो ग्यारह हो गए। पुलिस ने शिकायत पर महिला समेत चार आरोपितों पर वसूली प्रतिरूपण द्वारा धोखा देने धोखाधड़ी व धमकी की धारा में प्राथमिकी कर जांच शुरू कर दी है। दरअसल सिंचाई विभाग में मुख्य अभियंता कार्यालय में शनिवार को फर्जी विजिलेंस से छापा मार दिया। इस दौरान आरोपितों ने प्रधान सहायक को वीडियो व फोटो दिखाकर ब्लैकमेल किया। इसके बाद एक लाख रुपये रिश्वत लेकर फरार हो गए। पुलिस ने शिकायत पर महिला समेत चार आरोपितों पर वसूली, प्रतिरूपण द्वारा धोखा देने, धोखाधड़ी व धमकी की धारा में प्राथमिकी कर जांच शुरू कर दी है। आगे पढ़िए
कैनाल कालोनी कालाढूंगी रोड निवासी उमेश चंद्र कोठारी ने पुलिस को बताया कि वह सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता (स्तर -02) कार्यालय में प्रधान सहायक पद पर कार्यरत हैं। 18 मई को उनके कार्यालय में एक महिला समेत चार लोग बारी-बारी से घुसे और खुद को विजिलेंस कर्मी बताया। विजिलेंस का कार्ड भी दिखाया। इसके बाद उक्त लोगों ने एक टैब में आधी अधूरी वीडियो दिखाते हुए कहा कि हमारे पास तुम्हारी वीडियो है और मामला रफा दफा करने के लिए एक लाख रुपये की मांग की। रुपये नहीं देने पर जेल भेजने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।म।धमकाने पर वह मजबूरी में रुपये देने को तैयार हो गए। इसके बाद उनको जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि यह बात किसी को बताई तो वीडियो वायरल कर जान से मार देंगे। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि अज्ञात आरोपितों पर प्राथमिकी कर ली है। एसपी विजिलेंस प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना है कि विजिलेंस रिश्वतखोरों पर कार्रवाई करती है और विजिलेंस के नाम पर किसी ने रिश्वत ली है तो यह गंभीर विषय है। इस मामले में स्थानीय पुलिस से जानकारी जुटाई जाएगी और आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।