उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट: इंटर टॉपर तनु चौहान और हाईस्कूल टॉपर सुशांत की प्रेरणादायक कहानी
जो बच्चे पास नहीं हो सके, वो भी निराश न हों। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल छात्र-छात्राओं को पास होने का अवसर भी दिया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर
May 27 2023 2:51PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड की बोर्ड परीक्षा में हिस्सा लेने वाले छात्रों का इंतजार आज खत्म हो गया।
Uttarakhand Board Result Topper
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर बोर्ड ने 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षा में सफल रहने वाले छात्रों के घर में इस वक्त जश्न का माहौल है। हाईस्कूल परीक्षा में इस बार टिहरी गढ़वाल के सुशांत चंद्रवंशी ने 99.0 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया। जबकि इंटरमीडिएट में जसपुर ऊधमसिंहनगर की तनु चौहान ने 97.60 प्रतिशत अंक पाकर टॉप पोजिशन हासिल की। इंटरमीडिएट का रिजल्ट 80.98 प्रतिशत रहा है। जबकि हाईस्कूल का परीक्षाफल 85.17 प्रतिशत रहा। गुरुवार को सुबह 11 बजे रामनगर स्थित बोर्ड सभागार में माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने रिजल्ट जारी किया। इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप करने वाली तनु चौहान ने 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। जबकि उत्तरकाशी की हिमानी 97 प्रतिशत अंक हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं। ऊधमसिंहनगर के राज मिश्रा ने 96.60 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरा स्थान पाया। हाईस्कूल की परीक्षा में टिहरी के सुशांत चंद्रवंशी ने 99 प्रतिशत अंक पा कर टॉप पोजिशन हासिल की।
ऋषिकेश के आयुष रावत दूसरे स्थान पर रहे, उन्हें 98.80 फीसदी अंक मिले। ऊधमसिंहनगर के रोहित पांडे 98.80 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। बता दें कि इस साल उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 मार्च से 6 अप्रैल तक आयोजित की गई थीं। दोनों परीक्षाओं के लिए 1253 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा में हाईस्कूल के 1,32,115 जबकि इंटरमीडिएट में 1,27,324 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 12वीं का परीक्षाफल 80.98 प्रतिशत रहा। जबकि हाईस्कूल की परीक्षा में 1,32,115 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। परीक्षाफल 85.17 प्रतिशत रहा। पास होने वाले छात्रों को राज्य समीक्षा टीम की ओर से बधाई, हालांकि जो बच्चे पास नहीं हो सके, वो भी निराश न हों। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल छात्र-छात्राओं को पास होने के तीन अवसर दिए जाने का निर्णय लिया गया है। बीते दिनों मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि 10वीं में दो विषय और 12वीं में एक विषय में फेल छात्र-छात्रा को पास होने के तीन अवसर दिए जाएंगे।