उत्तराखंड के 12 जिलों में बनेंगे 90 इलेक्ट्रिक कार चार्जिंग स्टेशन, पढ़िए अपने अपने जिले की रिपोर्ट
शहरी इलाकों में ईवी चार्जिंग स्टेशन आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में ये सुविधा अब भी सुलभ नहीं है।
Nov 9 2023 8:26AM, Writer:कोमल नेगी
दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में प्रदूषण के चलते लोगों का सांस ले पाना मुश्किल हो गया है।
Uttarakhand EV Car Charging Station
ऐसे में लोगों से इलेक्ट्रिक वाहन का इस्तेमाल करने की अपील की जा रही है, ताकि प्रदूषण को कम करने में मदद मिले। शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों से आवाजाही फिर भी आसान है, क्योंकि ईवी चार्जिंग स्टेशन आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अब भी ये सुविधा सुलभ नहीं है। नतीजतन पर्यटकों को वाहन चार्ज करने के लिए भटकना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग बड़ा काम करने जा रहा है। विभाग की ओर से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कई जगह ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। जिससे बाहर से आने वाले पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय इलेक्ट्रिकल व्हीकल स्वामियों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्हें वाहन चार्ज करने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। योजना के तहत 12 जिलों ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। आगे पढ़िए
नैनीताल जनपद में 13, अल्मोड़ा जनपद में 18, पिथौरागढ़ में 14, बागेश्वर में 5, चंपावत में 3, चमोली में 5, उत्तरकाशी में 4, देहरादून में 12,पौड़ी में 7, टिहरी में 6, हरिद्वार में 2 और ऊधमसिंहनगर में 1 जगह पर ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। स्टेशन के लिए 100 वर्ग मीटर की भूमि के साथ 60 से 70 किलो वाट का बिजली कनेक्शन और इंटरनेट कनेक्टिविटी होना जरूरी है। सरकार का प्रयास है कि 2025 तक जगह-जगह ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना की जाए, ताकि इलेक्ट्रिकल व्हीकल चार्जिंग के लिए पर्यटकों को परेशानी ना उठानी पड़े। हल्द्वानी संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया कि डीएम के माध्यम से कुमाऊं मंडल विकास निगम या अन्य सरकारी सरकारी विभागों के भूमि भवन का चयन कर चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। सरकारी भवन-जमीन न मिली तो निजी संस्था के माध्यम से ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाया जाएगा। नैनीताल में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज करने की सुविधा मिलेगी तो यहां पर्यटन भी बढ़ेगा।