उत्तराखंड परिवहन निगम की बस से लाखों के जेवरात चोरी, यात्रियों से सतर्क रहने की अपील
यात्रा करने के दौरान अक्सर गाड़ियों में लिखा होता है कि ‘यात्री अपने सामान की रक्षा स्वयं करें’ लेकिन यह बात तब हजम नहीं होती जब सरकारी सीसीटीवी लगी गाड़ियों से यात्री का लाखों का सामान गायब हो जाता है।
May 7 2024 11:54AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
उत्तराखंड परिवहन निगम यानी रोडवेज की बस से रामनगर के एक दम्पति का दिल्ली जाते समय लाखों रुपए के जेवरात चोरी हो गए, रामनगर डिपो में शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाही नहीं की गई।
Jewelry Worth Lakhs Stolen From Uttarakhand Transport Bus
रामनगर के एक दम्पति ने आरोप लगाया है कि उत्तराखंड परिवहन निगम की बस में सफर के दौरान चोरों ने उनके लाखों रुपए के जेवरों पर हाथ साफ़ कर दिए। जिसकी सूचना उन्होने रामनगर डिपो पर दी लेकिन उनके द्वारा इसमें कोई सहयोग नहीं किया गया बल्कि उन्हें उल्टा परेशान किया गया। इस मामले में पीड़ित यात्री द्वारा रामनगर कोतवाली पुलिस एवं परिवहन निगम के अधिकारियों पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है।
सूटकेश में लॉक के बावजूद भी चोरी
हेम सिंह निवासी ग्राम चौपड़ा अमगढी ने बताया कि 23 अप्रैल को वह अपनी पत्नी के साथ रामनगर से उत्तराखंड परिवहन निगम की रामनगर डिपो बस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। जब अगले दिन वे दिल्ली पहुंचे तो उन्होंने देखा की सूटकेश से उनके सोने के 2 लाख रुपए के जेवर गायब थे। उन्होंने बताया कि सूटकेश में लॉक भी था लेकिन इसमें साइड से कट का निशान लगा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि चोरों ने यहीं से उनके जेवर चुराए होंगे।
बस में लगे कैमरे भी नहीं आए काम
हेम सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले में दिल्ली से लौटकर रामनगर कोतवाली पुलिस एवं सहायक महाप्रबंधक उत्तराखंड परिवहन निगम रामनगर में लिखित शिकायत दर्ज करवाई लेकिन इसपर कोई कार्रवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि रोडवेज में दो कैमरे लगे हुए थे लेकिन उनमें से एक ख़राब तो दूसरे में चिप ही गायब थी। इससे परिवहन निगम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं। पीड़ित ने बसों में सफर करने वाले यात्रियों से सावधान व सतर्क रहने की अपील की है। व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि रामनगर पुलिस द्वारा न तो इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है और न ही उनकी तहरीर को रिसीव किया गया। इस घटना पर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि इस प्रकरण में घटना स्थल रामनगर क्षेत्र का नहीं है, लेकिन फिर भी पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।