उत्तराखंड: गौण्डार पंहुची बाबा मदमहेश्वर डोली, कल सोमवार को खुलेंगे द्वितीय केदार के कपाट
आज भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली को मधुर गढ़वाली मांगल गीतों के साथ विदा किया गया। सोमवार को चल विग्रह उत्सव डोली बनातोली, खटारा नानौ, मैखम्भा, कूनचट्टी होते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी।
May 19 2024 10:42PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
रविवार को मदमहेश्वर धाम के पुजारी टी गंगाधर लिंग ने राकेश्वरी मन्दिर रांसी में पंचांग पूजन किया। भगवान मदमहेश्वर, भगवती राकेश्वरी सहित तैंतीस कोटि देवी-देवताओं का आह्वान कर चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मन्दिर से आज सुबह गौण्डार गांव के लिए रवाना हुई। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ने राकेश्वरी मन्दिर की तीन परिक्रमा की, उसके बाद ग्रामीणों ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली पर लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की।
मधुर गढ़वाली मांगल गीतों के साथ विदा हुई डोली
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महिलाओं ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली को मधुर गढ़वाली मांगल गीतों के साथ विदा किया। सोमवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली बनातोली, खटारा नानौ, मैखम्भा, कूनचट्टी होते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी। द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली सैकड़ों श्रद्धालुओं की जयकारों, महिलाओं के धार्मिक मांगलिक गीतों व स्थानीय वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों के साथ अंतिम प्रवास के लिए गौण्डार गांव पहुंची।
सोमवार को ब्रह्म बेला पर गौण्डार से चलेगी डोली
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सोमवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ब्रह्म बेला पर गौण्डार गांव से प्रस्थान करेगी। वहीं डोली विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट वेद ऋचाओं के आवाहन के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेंगे। तीर्थ यात्रियों के मदमहेश्वर घाटी आवागमन से विभिन्न यात्रा पड़ावों पर रौनक लौटने लगी है।
सोमवार को खुलेंगे मद्महेश्वर धाम के कपाट
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डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट शुभ लगनानुसार वेद ऋचाओं के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। मंदिर समिति द्वारा कपाट खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण के नेतृत्व में मंदिर समिति का एडवांस दल मदमहेश्रर धाम पहुंच गया है। पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के द्वारा मदमहेश्रर मंदिर सहित सहायक मन्दिरों को लगभग 8 कुंतल विभिन्न प्रजाति के फूलों से सजाया गया है।