Uttarakhand: 70 साल से अधिक बुजुर्गों को मुफ्त इलाज, आधार से जुड़ेगी कैशलेस इलाज सुविधा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी पात्र बुजुर्गों का नामांकन प्रक्रिया शुरू करें, ताकि वे इस योजना के लाभों का उपयोग कर सकें।
Oct 5 2024 8:47PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अब 70 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिकों को स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त होगा। दिलचस्प बात यह है कि इस योजना का लाभ उठाने वालों की आय पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
Elderly Above 70 Years Will Get Free Treatment in Ayushman Card
आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज प्रदान करने के लिए आधार से आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। इस पहल के जरिए अब प्रदेश में रहने वाले बाहरी राज्यों के बुजुर्गों को भी सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस इलाज का लाभ मिलेगा, जो पहले इस सुविधा से वंचित थे। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कार्ड निर्माण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह योजना 2018 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई थी, जिसमें गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मुहैया कराया जाता है। उत्तराखंड में इस योजना के तहत 5.37 लाख परिवार आते हैं।
70 साल से अधिक बुजुर्गों को मिलेगा 5 लाख तक कैशलेस इलाज
वर्ष 2019 में प्रदेश सरकार ने सभी 23 लाख राशन कार्ड धारकों को कैशलेस इलाज की सुविधा दी थी, जिसके लिए खर्चा राज्य सरकार को उठाना पड़ रहा था। अब केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाते हुए 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज देने का फैसला किया है। इससे प्रदेश सरकार को बुजुर्गों के इलाज का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। इसके साथ ही राज्य में रहने वाले अन्य राज्यों के बुजुर्गों को भी कैशलेस इलाज का लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने बुजुर्गों को कैशलेस इलाज का एक महत्वपूर्ण तोहफा दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य आयुष्मान योजना के दायरे से बाहर रहने वाले बुजुर्गों का आधार नंबर के जरिए आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।