Uttarakhand: 75 ट्रैप कैमरों के साथ बंद होगा गंगोत्री नेशनल पार्क, खुलेगा ऐसी दुर्लभ तस्वीरों का खजाना
गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट आगामी 30 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इस बार पार्क प्रशासन में जानवरों की निगरानी के लिए पार्क में 75 ट्रैप कैमरे लगाने का लक्ष्य रखा है।
Nov 23 2024 9:54AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
भारत का तीसरा सबसे बड़ा नेशनल पार्क कहे जाने वाले गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट आगामी 30 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। वन विभाग की टीम पार्क को शीतकाल के लिए बंद करने की तैयारियों में जुट गई है। आपको बता दें कि गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट हर साल 1 अप्रैल को ग्रीष्मकाल की शुरुआत में पर्यटकों के लिए खोले जाते हैं, और 30 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाते हैं।
Gangotri National Park will be closed with 75 trap cameras
1989 में स्थापित, गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान 1,553 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में 7,083 मीटर की ऊँचाई तक फैला है। शीतकाल में वन्यजीवों की चहलकदमी पर इस बार 75 ट्रैप कैमरों की नजर रहेगी। दरअसल, ग्रीष्मकाल में पार्क के वन्यजीवों की निगरानी के लिए वनकर्मी नियमित रूप से गश्त करते रहते हैं। लेकिन शीतकाल में यहां अत्यधिक बर्फबारी के कारण ये संभव नहीं होता। ऐसे में ट्रैप कैमरों से यहां मौजूद जानवरों की निगरानी की जाती है।
दुर्लभ हिम तेंदुओं का घर
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इस नेशनल पार्क को हिम तेंदुए सहित कई दुर्लभ वन्यजीवों का घर कहा जाता है। इस पार्क में भूरा भालू, कस्तूरी मृग, काला भालू, हिमालयन मोनाल, लाल लोमड़ी और भरल आदि जानवर पाए जाते हैं। इस पार्क में लगे कैमरों में कई बार ऐसे जानवर कैद हो जाते हैं, जिन्हें पूरी तरह दुर्लभ जानवरों की श्रेणी में रखा गया है। साल 2017 में यहां दो ट्रैप कैमरों में पहली बार दुर्लभ अरगली भेड़ भी कैद हुई थी।
दुर्लभ वन्यजीवों की तस्वीरें
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अप्रैल माह में पार्क के गेट खोलने के बाद कई दुर्लभ वन्यजीवों की वीडियो और तस्वीरें ट्रैप कैमरों में कैद मिलती हैं। इस बार पार्क में 75 ट्रैप कैमरे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पार्क प्रशासन ने पार्क के गेट बंद होने से पहले ही ट्रैप कैमरे लगाना शुरू कर दिया है। ये कैमरे केदारताल, गोमुख ट्रैक, नेलांग घाटी के कारछा, चोरगाड, तिरपानी, नीलापानी, भैरोंघाटी व गर्तांग गली आदि स्थानों पर लगाए जा रहे हैं।
तापमान माइनस में, जमने लगा झरनों का पानी
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गंगोत्री नेशनल पार्क के वन कर्मियों की चार टीमें गंगोत्री-केदारताल ट्रैक, दुमकोचौड़ चोरगाड ट्रैक, गोमुख और रुद्रगैरा ट्रैक पर गस्त के लिए निकली है। हर टीम में 4 से 6 वन अधिकारी व कर्मचारी शामिल होते हैं। इन टीमों के अनुसार अभी पार्क के ऊंचाई वाले क्षेत्रों व चोटियों पर ताजा बर्फबारी नहीं हुई है लेकिन तापमान माइनस में पहुंचने से झरने- नदियों का पानी जमने लगा है। पार्क प्रशासन द्वारा गेट बंद करने की तैयारी में सफाई अभियान चलाया जा चुका है। इस अभियान में प्रशासन ने 6 क्विंटल कचरा एकत्रित किया। जिसमें सर्वाधिक कचरा गोमुख ट्रैक से एकत्र किया गया है।