देवभूमि की दिव्यांग प्रतिभाएं मुंबई में दिखाएंगी हुनर, लोकगायिका कल्पना चौहान का नेक काम
6 अक्टूबर और 7 अक्टूबर की शाम उत्तराखंड के लिहाज से ऐतिहासिक होंगी। इस दिन उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिभाएं मुंबई में अपना हुनर दिखाएंगी।
Sep 26 2018 12:48PM, Writer:मीत
कहते हैं हौसलों को नई उड़ान मिलनी चाहिए। अगर कोई इन हौसलों को पहचानकर बड़ा मौका दे रहा है, तो वास्तव में ये एक महान काम है। कुछ ऐसा ही कर रही हैं उत्तराखंड की लोकगायिका कल्पना चौहान। आपको याद होगा कि कल्पना चौहान भी एक भीषण दुर्घटना में अपने पैर खो चुकी थीं। वो उतनी ही हिम्मत के साथ उड़ खड़ी हुईं और आज कृत्रिम पैरो के दम पर उसी साहस से बड़े बड़े मंचों पर अपनी प्रस्तुति देती हैं। गायिका कल्पना चौहान से बेहतर भला कौन उन दिव्यांग बच्चों का दर्द समझ सकता है, जिनके पास हुनर तो है लेकिन एक बड़े मंच की तलाश है। उन दिव्यांग प्रतिभाओं की प्रतिभा को जानकर खुद कल्पना चौहान ने ये पहल की। उत्तराखंड में हुए सफल कार्यक्रम के बाद इन दिव्यांग प्रतिभाओं को मुंबई में हुनर दिखाने का मौका मिलेगा।

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6 अक्टूबर 2018 और 7 अक्टूबर 2018 को मुंबई में एक बड़ा आयोजन किया जा रहा है। 6 अक्टूबर को शाम 5 बजे मुंबई के कांदिवलि ईस्ट के ठाकुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में ये कार्यक्रम होगा। इसके अगले दिन 7 अक्टूबर को शाम 5 बजे से नवी मुंबई के जुइनगर वेस्ट में ये कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिभाएं अपने बेमिसाल हुनर से मुंबईवासियों का दिल जीतने का काम करेंगी।

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उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिभाओं के कल्याण के लिए ये नेक काम किया जा रहा है। हो सकता है कि इन्हीं प्रतिभाओं से कई प्रतिभाएं देश के बड़े मंच पर अपना जौहर दिखाएंगी। ऐसे कामों को हर बार प्रोत्साहन मिलना जरूरी है, जिस तरह का काम लोकगायिका कल्पना चौहान कर रही हैं।