उत्तराखंड: करवा चौथ के बाद शराबी पति की हैवानियत, ब्लेड से काटा पत्नी का गला
उत्तराखंड से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। रामनगर में एक हैवान पति ने शराब के नशे में अपनी पत्नी का गला रेत दिया।
Oct 29 2018 12:07PM, Writer:रश्मि पुनेठा
वो अपनी पत्नी का करवाचौथ का व्रत खुलवाने के लिए अपने ही ससुराल में आया था लेकिन इसके बाद उसने हैवानियत दिखाते हुए अपनी ही पत्नी का गला ब्लेड से दिया। पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को दागदार कर देने वाली ये कहानी उत्तराखंड के काशीपुर की है। शराब के नशए में पति ने पत्नी का ब्लेड से गला रेत दिया। जब युवती की तबीयत खराब हुई उसे आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि रामनगर की रहने वाली रेनू की शादी चार साल पहले बिजनौर, उत्तरप्रदेश के रहने वाली एक हलवाई से हुई थी। दोनों का एक बेटा और एक बेटी है। काफी वक्त से पति और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी। इस वजह से युवती बीते आठ महीने से अपने मायके में ही थी। पति- पत्नी का ये केस महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष अमिता लोहनी के यहां चल रहा था।
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15 दिन पहले दोनों के बीच फैसला हुआ और पति ने पत्नी को साथ ले जाने के लिए एक महीने का वक्त मांगा। इसके बाद खुश होकर रेनू ने अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। पति ने बकायदा अपने ससुराल पहुंचकर पत्नी का करवा चौथ का व्रत खुलवाया। इसके बाद रविवार को वो ससुराल में ही रुक गया। रात के करीब आठ बजे पति शराब के नशे में धुत होकर ससुराल पहुंचा। इस दौरान पत्नी ने उसे खाना दिया तो खाने को खराब बताकर गुस्से में आ गया। वो लगातार चिल्लात रहा और देखते ही देखते अपनी पत्नी का गला ब्लेड से काट दिया। गर्द से खून की धर बहन निकली तो परिवार वाले ये देखकर सन्न रह गए। आनन फानन में रेनू को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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सूचना मिलने पर महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता ने भी अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली। इस बीच पुलिस ने आरोपी पति को पुलिस चौकी में बैठा लिया है। एक छोटी सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि हर कोई हैरान है। महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी का कहना है कि ये एक अमानवीय घटना है और इस मामले में सख्स से सख्त कार्रवाई की जरूरत है। सवाल ये भी है कि क्या वास्तव में अब रिश्तों का कोई मोल नहीं रह गया है ? बार बार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो मानवीय संवेदनाओं को चकनाचूर कर रही हैं। आखिर लोगों की मानसिकता को हो क्या गया है ?