उत्तराखंड के इस विधायक को विवादों का चैंपियन यूं ही नहीं कहा जाता। आइए उनसे जुड़े 5 बड़े विवादों के बारे में जानिए
Jul 12 2019 2:36PM, Writer:कोमल नेगी
खानपुर के बाहुबली विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को विवादों का चैंपियन यूं ही नहीं कहा जाता। उनके कारनामों की एक लंबी फेहरिस्त है, गाहे-बगाहे अपनी हरकतों से वो अपनी पार्टी के लिए भी मुसीबत का सबब बनते रहे, पर हैरानी वाली बात ये है कि उनके क्षेत्र की जनता के साथ ही उनकी पार्टी भी विधायक चैंपियन के सारे सितम मुंह बंद कर के सहती रही। कहने को पार्टी उन्हें कई बार नोटिस दे चुकी है, एक महीने पहले ही वो पार्टी से तीन महीने के लिए निष्कासित भी किए गए थे, पर ये कार्रवाई भी विधायक चैंपियन को सुधार नहीं पाई। उन्होंने इनसे कोई सबक नहीं लिया। हाल ही में विधायक चैंपियन तमंचे के साथ डांस कर सुर्खियों में आ गए। अब पता चला है कि बीजेपी उन्हें पार्टी से बाहर निकालने वाली है। चलिए लगे हाथ आपको खानपुर विधायक के पुराने कारनामों की भी याद दिला दें। उनसे जुड़े पांच बड़े विवादों की कहानियां सुन आप भी सोच में पड़ जाएंगे। ये सोचने लगेंगे कि आखिर हम कैसे लोगों को अपना जनप्रतिनिधि चुन रहे हैं।
2006 का विवाद
1
/
उनसे जुड़ा पहला विवाद साल 2006 में सामने आया था। उस वक्त विधायक चैंपियन ने कई बेजुबान मगरमच्छों पर गोलियां दाग दी थीं। खूब बवाल हुआ, पर विधायक जी इस मामले से साफ बच गए।
जब ड्राइवर पर चलाई गोली
2
/
2006 में ही उन्होंने एक रोडवेज बस के ड्राइवर पर गोली चला दी थी। इस ड्राइवर का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने विधायक जी की गाड़ी को साइड नहीं दी थी। ये घटना बहादराबाद में हुई। तीन-चार साल शांति से गुजर गए।
2010: मंगलौर में मचा हड़कंप
3
/
फिर आया साल 2010, विधायक चैंपियन को मंगलौर में एक कार्यक्रम में बुलाया गया था। कार्यक्रम में वो इस कदर आवेश में आ गए कि तपाक से फायर झोंक दिया। शुक्र है कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। किसी की जान नहीं गई। विवाद होते रहे पर चैंपियन बाबू ने इनसे सबक नहीं लिया। शायद लफड़ों में पड़ना उनका शौक बन गया है।
2013: डिनर पार्टी में ऐसा काम
4
/
साल 2013 की डिनर पार्टी को भला कौन भूल सकता है। तत्कालीन मंत्री हरक सिंह रावत ने घर में डिनर पार्टी रखी थी, पर महफिल लूटी विधायक कुंवर प्रणव सिंह ने। जिन्होंने पार्टी में डांस करते वक्त अचानक गोली चला दी। जिस वजह से राज्य आंदोलनकारी विवेकानंद खंडूड़ी जख्मी हो गए थे। तब भी खूब बवाल हुआ था, पर चैंपियन सुधरे नहीं।
2015: गांव वालों ने लगाए गंभीर आरोप
5
/
साल 2015 में हरिद्वार के पथरी इलाके में खनन को लेकर विधायक चैंपियन पर गंभीर आरोप लगे थे। गांववालों का आरोप था कि विधायक ने उन पर गोलियां चलाई। खैर हमेशा की तरह इस मामले में भी समझौता हो गया। विधायक चैंपियन को सुधरने के कई मौके मिले, पर उन्होंने परवाह नहीं की। हाल ही में वो हथियार लहराते हुए नाचते-गाते, गाली-गलौच करते दिखे। अब बीजेपी उन्हें ज्यादा बर्दाश्त नहीं करने वाली। पार्टी संगठन ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली है।