देहरादून में डेंगू से 19 साल की युवती की मौत, 600 से ज्यादा लोग डेंगू के शिकार
देहरादून में डेंगू से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, डेंगू के कहर के आगे स्वास्थ्य विभाग भी बेबस दिख रहा है...
Sep 3 2019 4:11PM, Writer:कोमल नेगी
डेंगू के अटैक से देहरादून हलकान है। डेंगू लोगों को अपना शिकार बना रहा है, उनकी जान ले रहा है। देहरादून में अब तक 661 मरीजों में डेंगू की पुष्टी हो चुकी है। इस बीच सोमवार को डेंगू की वजह से 19 साल की युवती की मौत हो गई। युवती को इलाज के लिए हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था, पर वो बच नहीं सकी। युवती नेहरू कॉलोनी की रहने वाली थी। डेंगू होने पर उसे इलाज के लिए जोगीवाला के कैलाश हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, पर उसकी हालत बिगड़ती गई। बाद में उसे इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया। पर वहां वेंटीलेटर ना मिलने की वजह से परिजन उसे हिमालय अस्पताल जौलीग्रांट ले आए। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। 11 दिन तक वेंटीलेटर पर रहने के बाद सोमवार को युवती की मौत हो गई। आपको बता दें कि राजधानी में डेंगू से मौत का ये सातवां मामला है। डेंगू के डंक के आगे स्वास्थ्य विभाग की सभी तैयारियां फेल साबित हो रही हैं। हालात लगातार बिगड़ रहे हैं।
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देहरादून में डेंगू के 19 नए मरीज मिले हैं। देहरादून में अब तक 661 मरीजों में डेंगू की पुष्टी हो चुकी है। राजधानी का ये हाल है तो सोचिए प्रदेश के दूसरे जिलों में हालात कितने बदतर होंगे। इलाके में एडीज मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। प्रशासन बीमारी की रोकथाम के लिए सारे उपाय करने का दावा कर रहा है, पर इन दावों में दम नहीं है। मरीजों में ही नहीं कई डॉक्टर्स में भी डेंगू के लक्षण मिले हैं। डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या से दून अस्पताल पर दबाव बढ़ गया है। कोरोनेशन अस्पताल और गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में भी मरीजों की भीड़ है। राजधानी के तीनों बड़े सरकारी हॉस्पिटल में बेड फुल हैं। मरीजों को बेड नहीं मिल रहा। कई मरीज प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू का इलाज करा रहे हैं। आप भी अपना ध्यान रखें। हमारी आपसे अपील है कि घरों के पास साफ-सफाई रखें। जमा पानी को लगातार साफ करते रहें, ताकि बीमारी फैलाने वाले मच्छर-मक्खियों को पनपने से रोका जा सके।