उत्तराखंड: 20 हजार रुपये में बिका अफसर का ईमान, 5 साल की जेल हुई
20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ी गई महिला अफसर को कोर्ट ने पांच साल जेल की सजा सुनाई, पढ़ें पूरी खबर..
Sep 27 2019 4:04PM, Writer:कोमल नेगी
नैनीताल में फूड लाइसेंस रिन्यू करने के एवज में 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गई फूड सेफ्टी अधिकारी को कोर्ट ने पांच साल के कारावास की सजा सुनाई है। जिला जज एवं विशेष न्यायाधीष राजीव खुल्बे की कोर्ट ने आरोपी अधिकारी पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दोषी अफसर को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। महिला फूड सेफ्टी अधिकारी अर्चना सागर के खिलाफ 20 हजार की रिश्वत लेने का मामला दर्ज है। मामला साल 2013 का है। पिथौरागढ़ के व्यवसायी जगदीश प्रजापति ने तत्कालीन जिला अभिहीत अधिकारी अर्चना सागर के खिलाफ विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी। विजिलेंस हल्द्वानी को लिखे लेटर में व्यावसायी ने कहा कि अर्चना सागर उनसे फूड लाइसेंस रिन्यू करने के एवज में 20 हजार रुपये मांग रही हैं। शुरुआती जांच में शिकायत सही पाई गई।
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जिसके बाद विजिलेंस ने जाल बिछाया और 16 मार्च को अर्चना सागर को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपी अधिकारी के खिलाफ उसी दिन हल्द्वानी में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था। बाद में एंटी करप्शन कोर्ट नैनीताल में चार्जशीट दायर की गई। गुरुवार को कोर्ट ने अर्चना को दो अलग-अलग धाराओं में चार और पांच साल के कारावास की सजा सुनाई। कुमाऊं मंडल का ये पहला ऐसा मामला है, जिसमें किसी महिला अफसर को भ्रष्टाचार के मामले में सजा सुनाई गई है। अर्चना पर 15 हजार का जुर्माना भी लगा है, जुर्माना ना भरने पर 5 महीने अतिरिक्त कारावास की सजा काटनी होगी।