मसूरी में लगातार जारी बारिश के बाद भूस्खलन, बाल-बाल बचे 7 परिवार
मसूरी में भारी भूस्खलन के चलते बिल्डिंग का बड़ा हिस्सा भरभराकर ढह गया, बिल्डिंग और उसके आस-पास के मकानों को खाली करा दिया गया है...
Sep 30 2019 6:31PM, Writer:कोमल नेगी
मानसून विदाई लेने वाला है, लेकिन उत्तराखंड में बारिश और आपदा का सिलसिला थम नहीं रहा। इस बार आपदा का गवाह बना है मसूरी, जहां भारी भूस्खलन के चलते एक बिल्डिंग का बड़ा हिस्सा ढह गया। बिल्डिंग का मलबा नीचे स्थित दो मकानों पर गिरा, जिस वजह से मकानों का ऊपरी हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। मकान में रह रहे 7 परिवारों ने किसी तरह घर से बाहर निकल कर अपनी जान बचाई। ये परिवार अगर ज्यादा वक्त तक मकान में रहते तो हादसे का शिकार हो सकते थे। घटना देहरादून रोड के पास की है, जहां पेट्रोल पंप के पास स्थित है सनी लॉज बिल्डिंग, जो कि काफी पुरानी है। देर रात बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया। बिल्डिंग का मलबा नीचे स्थित दो मकानों के ऊपर गिरा। बिल्डिंग के साथ-साथ दोनों मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
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घटना रात 10 बजे की है। सनी लॉज के पास बने दो मकानों में 7 परिवार सो रहे थे, बाहर लगातार बारिश हो रही थी। तभी एक धमाके की आवाज के साथ लोगों की नींद खुल गई, वो घर से बाहर आए तो देखा कि पास की बिल्डिंग का मलबा मकानों की छत पर गिरा है। परिवारों के सदस्य तुरंत घरों से बाहर निकल आए। बाद में पुलिस, विधायक गणेश जोशी और दूसरे जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पीड़ित परिवारों को किसी तरह मकानों से बाहर निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। प्रशासन ने बताया कि बिल्डिंग खतरे की जद में है। उसके नीचे स्थित मकानों में रह रहे लोगों का भी वहां रहना सुरक्षित नहीं है, इसीलिए उन्हें वहां से हटा दिया गया है। मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है, एसडीएम से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने पर पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद की जाएगी। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए सनी लॉज और खतरे की जद में आए दो मकानों को खाली करा दिया है।