उत्तराखंड: सेना की मदद से बचाए गए रिलकोट में फंसे 8 आईटीबीपी जवान, पिछले 16 दिन से फंसे थे
रिलकोट चौकी उच्च हिमालयी क्षेत्र में है, जहां आईटीबीपी के 8 जवान पिछले 16 दिन से फंसे थे...
Dec 30 2019 6:13PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड का मुनस्यारी...खूबसूरत वादियों के लिये मशहूर ये जगह आईटीबीपी के 8 जवानों के लिए बुरे अनुभव जैसी बन गई थी। समय से पहले हुई बर्फबारी के चलते आईटीबीपी के जवानों पर ऐसी बुरी बीती कि वो रिलकोट चौकी में ही फंसकर रह गए। रिलकोट चौकी उच्च हिमालयी क्षेत्र में है। जहां आईटीबीपी के 8 जवान पिछले 16 दिन से फंसे थे। हालांकि राहत वाली बात ये है कि अनहोनी होने से पहले ही जवानों को रिलकोट से सुरक्षित निकाल लिया गया। सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से आठ जवानों को रिलकोट चौकी से निकाला गया। सेना के हेलीकॉप्टर ने तीन चक्कर लगाए और 8 जवानों और उनके सामान को रिलकोट से मुनस्यारी पहुंचाया। इन दिनों रिलकोट से बोगडियार तक रोड पर कई फीट बर्फ जमा है। जिस वजह से ये जवान घाटी की तरफ नहीं आ पा रहे थे।
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आपको बता दें कि सेना के जवानों को 16 दिसंबर को मुनस्यारी आना था, पर बुगड़यार में कई फीट बर्फ जमा होने की वजह से वो आगे नहीं बढ़ पाये। रिलकोट और बुगड़यार में आईटीबीपी की स्थाई चौकियां हैं। जो कि चीन सीमा से सटी हैं। यहां तैनात जवान हर साल दिसंबर में मिलम और लीलम चौकियों की तरफ आ जाते हैं, पर इस बार समय से पहले बर्फबारी हो गई, जिसके चलते जवान निचले इलाकों तक नहीं पहुंच पाये। सेना और प्रशासन पूरे मामले पर नजर बनाये हुए था। शुक्र है कि सभी जवान सुरक्षित हैं। इस वक्त पूरे उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मैदानों में कोहरे से दिक्कत बढ़ी है तो वहीं पहाड़ों में पाला गिरने से वाहन रपट रहे हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। चारों धामों में बर्फ गिरी है, जिससे तापमान माइनस में चला गया है। शीतलहर और कोहरे ने लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया है। खराब मौसम का असर यातायात सेवाओं पर पड़ रहा है। सोमवार को ज्यादातर जगह मौसम शुष्क बना रहा। 31 दिसंबर को भी मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन 1 जनवरी से बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग ने एक और दो जनवरी को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।