उत्तराखंड में बहुत अच्छी पहल, मशीन में प्लास्टिक की बोतल डालो..आपको मिलेंगे पैसे
बोतल क्रशर मशीन में बोतल डालने पर प्रति बोतल एक रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। इस पहल से प्लास्टिक कचरे का निस्तारण होगा, साथ ही लोगों को रुपये कमाने का मौका भी मिलेगा....
Jan 31 2020 6:06PM, Writer:कोमल
सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा है। इस खतरे को खत्म करने के लिए कुछ महीने पहले रुड़की में एक शानदार शुरुआत हुई। शहर में एक प्लास्टिक खाऊ मशीन लगाई गई। जिसमें प्लास्टिक की खाली बोतल डालने पर ई-वॉलेट के जरिए लोगों को रुपये कमाने का मौका दिया गया। ऐसी ही एक शानदार शुरुआत काशीपुर में भी होने जा रही है। जहां नगर निगम ने सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल खत्म करने के लिए प्लास्टिक बोतल क्रशर मशीन लगाने की कवायद शुरू कर दी है। इस मशीन में खाली बोतल डालने पर प्रति बोतल एक रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। शुरुआती तौर पर ये मशीन निगम परिसर के पास लगाई जा रही है। अच्छा रिजल्ट मिलने पर इसे शहर के दूसरे इलाकों में भी लगाया जाएगा। मशीन लगाने के लिए 7 जगहों को चिह्नित किया गया है, जिनमें रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन रूट भी शामिल हैं। प्लास्टिक बोतल क्रशर मशीन में प्लास्टिक की बोतल डालते ही ई-वॉलेट में प्रति बोतल एक रुपये की धनराशि ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाएगी। इसके लिए आपको मशीन में अपने मोबाइल नंबर की एंट्री करनी होगी। जिसके बाद मशीन में बोतल डालते ही ई-वॉलेट के जरिए एक रुपये का भुगतान कर दिया जाएगा। इन मशीनों के इस्तेमाल के कई फायदे होंगे
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शहर साफ होगा। प्लास्टिक कचरे के ढेर से मुक्ति मिलेगी। आम लोग भी स्वच्छता का महत्व समझेंगे और प्लास्टिक की बोतलों को यहां-वहां फेंकने की बजाय इन्हें बोतल क्रशर मशीन में डालेंगे। इससे लोगों के साथ-साथ निगम को भी फायदा होगा। सिंगल यूज बोतल को निगम रिसाइक्लिंग प्लांट को देगा। जिससे निगम की आमदनी होगी। इस धनराशि को निगम शहर की सुविधाओं और सौंदर्यीकरण पर खर्च करेगा। इस वक्त पूरी दुनिया में प्लास्टिक से निपटने के इंतजाम किए जा रहे हैं। दुनिया के 40 देशों में प्लास्टिक पर बैन लग चुका है। उत्तराखंड में भी प्लास्टिक पर बैन है। कड़े कानून और भारी जुर्माने का प्रावधान भी है, इसके बावजूद लोग धड़ल्ले से प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि हमारे प्रदेश की खूबसूरती के लिए बड़ा खतरा है।