उत्तराखंड: विदेश से 4 लोग चुपचाप पहाड़ पहुंच गए, किसी को भनक तक नहीं लगी ?
खबर है कि दुबई में काम करने वाले दो लोग चुपचाप अपने गांव में दाखिल हो गए। इनसे पहले ब्राजील और जकार्ता से भी दो युवक गांव लौटे हैं, गांववालों का आरोप है कि इन लोगों की स्क्रीनिंग भी नहीं हुई...
Mar 25 2020 10:48PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना संक्रमण रोकने लिए उत्तराखंड लॉकडाउन है। प्रशासन-पुलिस सख्ती से कानून का पालन करा रहे हैं। बॉर्डर सील हैं, सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। इसके बावजूद बाहर के लोग उत्तराखंड में लगातार दाखिल हो रहे हैं। ये जनता की सुरक्षा में सेंध है। हमें इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। इस वक्त एक डराने वाली खबर पिथौरागढ़ के मुनस्यारी से आ रही है। जहां दुबई में काम करने वाले दो लोग हल्द्वानी-मुनस्यारी होते हुए चुपचाप अपने गांव में दाखिल हो गए। मुनस्यारी में कुल 4 लोग विदेश से लौटे हैं। गांव वालों का आरोप है कि इनमें से किसी की भी स्क्रीनिगं नहीं हुई, जिस वजह से वो डरे हुए हैं। डरना बनता भी है, विदेश से लौटे लोगों का गांवों दाखिल होना कोरोना संक्रमण को खुलेआम न्योता देना है। चलिए अब आपको मदकोट के गांवों का हाल भी बता देते हैं। यहां एक युवक ब्राजील से अपने गांव लौटा है। एक युवक जकार्ता से आया है।
यह भी पढ़ें - BREAKING: गढ़वाल में आया कोरोना वायरस, 26 साल के नौजवान में कोविड-19 की पुष्टि
सोमवार को दुबई में काम करने वाले दो युवक हल्द्वानी से मुनस्यारी होते हुए अपने गांव पहुंच गए। देश के अलग-अलग शहरों में काम करने वाले युवा भी अपने गांव लौट आए हैं, इनमें से किसी की भी स्क्रीनिंग नहीं हुई, जिसे लेकर सीमांत गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। दुबई से लौटे युवकों ने दिखा दिया कि लोग अब भी कोरोना को सीरियसली नहीं ले रहे, प्रशासन को लगातार धोखा दे रहे हैं। अपने साथ-साथ दूसरे लोगों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं। हर किसी के मन में यही सवाल है कि ये युवक हल्द्वानी से मुनस्यारी तक पहुंच कैसे गए। हल्द्वानी से मुनस्यारी तक के सफर में 9 घंटे लगते हैं। रात के वक्त इन्हें कौन गांव तक छोड़ गया, इस बारे में भी पता नहीं चल पाया है। बिना जांच के युवकों के गांव पहुंचने से मुनस्यारी और आस-पास के गांवों में दहशत बनी हुई है। लोग प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहे हैं। मदकोट के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से दोनों युवकों की कोरोना जांच कराने की मांग की।