उत्तराखंड: पहाड़ में जानलेवा कोरोनावायरस की दस्तक, 3 जिलों से मिला रेड सिग्नल
बीते 4 दिन में तीन केस आ गए हैं जो यह साबित कर रहे हैं कि अब पहाड़ भी कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे का शिकार हो सकता हैं।
May 14 2020 10:50AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
यूं समझ लीजिए कि उत्तराखंड के लोगों को अब बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। कोरोनावायरस से असल जंग तो अब शुरू हो रही है। उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 75 पहुंच गया है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि यह कोरोनावायरस अब पहाड़ों में दस्तक दे चुका है। बीते 4 दिन में तीन केस आ गए हैं जो यह साबित कर रहे हैं कि अब पहाड़ भी कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे का शिकार हो सकता हैं। सबसे पहले उत्तरकाशी जिले की बात करते हैं। 10 मई को उत्तरकाशी जिले से यह खबर सामने आई थी। गुजरात के सूरत से लौटा 32 साल का युवा कोरोनावायरस संक्रमण का शिकार है। चिंता की बात यह है कि उत्तरकाशी जिला कोरोनावायरस संक्रमण के ग्रीन जोन में शामिल है। अब रुख कीजिए अल्मोड़ा जिले की तरफ। आगे पढ़िए
यह भी पढ़ें - ब्रेकिंग - उत्तराखंड में 3 कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजे मिले...तीनों बाहर से आए थे
13 मई को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक युवक में कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है। कोरोनावायरस संक्रमित युवक गुरुग्राम से आया था और उसे रानीखेत के नागरिक अस्पताल में क्वॉरेंटाइन किया गया। अल्मोड़ा जिले में पहले भी एक मरीज कोरोनावायरस संक्रमित मिल चुका है। चिंता की बात यह है कि अल्मोड़ा जिला भी कोरोनावायरस संक्रमण के ग्रीन जोन में है। और अब बात आज के ताजा केस की करते हैं।
पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले मसूरी में भी कोरोनावायरस संक्रमण पहुंच चुका है। यहां एक महिला में कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है और बताया जा रहा है कि महिला भी बाहर से लौटी है।
अब आप समझ सकते हैं कि पहाड़ों में खतरा कितना मंडरा रहा है। क्या पहाड़ की स्वास्थ्य व्यवस्था है कोरोनावायरस संक्रमण जैसी महामारी से लड़ने के लिए तैयार हैं? क्या पहाड़ में तमाम और चिकित्सा सुविधाएं हैं कि कोरोनावायरस से लड़ा जा सके?
यह आप खुद सोचिए। हमें उम्मीद है कि इसका जवाब भी आपको जल्द मिल जाएगा। इसलिए हमारी अपील है की अपने गांव और अपने घर पहुंच कर सबसे पहले एक प्रण लें। खुद को दो या 3 हफ्ते के लिए आइसोलेट कर दें। इस वक्त कोरोनावायरस जैसी महामारी से लड़ने का यही एक उपाय है।