जय बदरीनाथ...कल ब्रह्म मुहूर्त में खुलेंगे कपाट, पहली बार निभाए जाएंगे ये नियम
15 मई को प्रात 4 बजकर 30 मिनट पर पूजा-पाठ के बाद श्री बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। पढ़िए ये खबर
May 14 2020 7:26PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन का असर उत्तराखंड की मान्यताओं और परंपराओं पर भी दिख रहा है। कहने को चारधाम यात्रा शुरू हो गई है, लेकिन भक्त भगवान के दर्शन नहीं कर पा रहे। केदारनाथ धाम समेत तीन धामों के कपाट खुल गए हैं। प्रमुख धाम बदरीनाथ के कपाट कल खुलेंगे। शुक्रवार 15 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खुल रहे हैं। देवस्थानम बोर्ड की तरफ से कपाट खुलने पहले की जाने वाली सभी तैयारियां कर ली गई हैं। बुधवार को गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा ने योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में विश्राम किया। पिछले साल जहां तेल कलश यात्रा के लिए श्रद्धालु सड़कों पर पलक-पांवड़े बिछाए दिखते थे, वहीं इस बार तेल कलश यात्रा भी महज परंपरा मात्र बनकर रह गई। सारे विधि-विधान साधारण तरीके से निभाए गए। कपाट खुलने की प्रक्रिया से जुड़े देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारी और हक हकूकधारी पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के लिए प्रस्थान कर चुके हैं।
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इस दौरान सभी मास्क पहने नजर आए। साथ ही पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। बुधवार को सभी देव डोलियों ने योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में प्रवास किया। 14 मई को भगवान उद्धव, कुबेर, रावल और आदि गुरु शंकराचार्य के साथ-साथ गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा बदरीनाथ धाम पहुंच जाएगी। 15 मई को ब्रह्म मुहूर्त में श्री बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसी के साथ धाम में स्थित माता मूर्ति मंदिर, आदि गुरू शंकराचार्य मंदिर, आदि केदारेश्वर मंदिर के कपाट भी पूजा-अर्चना के लिए खोल दिए जाएंगे। कपाट खुलने के दौरान वहां मौजूद सभी पुरोहितों और कर्मचारियों को मास्क पहनना होगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। आपको बता दें कि पहले धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने थे लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते कपाट खोलने की तिथि 15 दिन आगे बढ़ा दी गई है।