पहाड़ से बहुत अच्छी तस्वीर..क्वारेंटाइन किए गए युवकों ने ऐसे बदली स्कूल की सूरत
कुज्जन गांव में तीन युवाओं ने क्वारेंटीन अवधि के दौरान सरकारी स्कूल की तस्वीर बदल कर रख दी। इस काम में इन युवाओं को गांव के प्रधान की भी पूरी मदद मिली। गांव के लोग इन्हें सैल्यूट कर रहे हैं, आगे पढ़िए पूरी खबर
May 17 2020 2:44PM, Writer:कोमल नेगी
कहते हैं हर बात के दो पहलू होते हैं, अच्छे और बुरे। अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप क्या देखना चाहते हैं। उदाहरण के लिए लॉकडाउन को ही ले लें। कुछ लोग लॉकडाउन को कोस रहे हैं, कह रहे हैं कि घर पर बैठे-बैठे टाइमपास नहीं हो रहा, लेकिन इसी लॉकडाउन अवधि का इस्तेमाल कर कुछ युवाओं ने अपने गांवों की तस्वीर बदल दी है। दिल को सुकून देती ऐसी ही एक तस्वीर उत्तरकाशी जिले से आई है। जहां भड़वाड़ी ब्लॉक के कुज्जन गांव में तीन युवाओं ने लॉकडाउन अवधि के दौरान सरकारी स्कूल की सूरत बदल कर रख दी। ये तीनों इसी स्कूल में रहते हैं। अब आप सोचेंगे कि ये युवा कौन हैं और स्कूल में क्यों रहते हैं, तो चलिए इस सवाल का जवाब भी दिए देते हैं। ये तीनों युवा गांव के सरकारी स्कूल में क्वारेंटीन किए गए हैं। क्वारेंटीन अवधि के दौरान इन्होंने सरकारी स्कूल की साफ-सफाई की, यहां का रंग-रोगन किया।
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इस काम में इन युवाओं को गांव के प्रधान की भी पूरी मदद मिली। ये तो आप जानते ही होंगे कि अलग-अलग जिलों-राज्यों से जो प्रवासी गांव लौट रहे हैं, उन्हें ग्राम प्रधान की देखरेख में सरकारी स्कूलों और पंचायत भवनों में क्वारेंटीन किया जा रहा है। कुज्जन गांव में भी 7 दिन पहले तीन युवक अल्मोड़ा और मसूरी से लौटे थे। इन्हें राजकीय प्राथमिक विद्यालय में 14 दिन के लिए क्वारेंटीन किया गया है। गांव के प्रधान महेश पंवार ने बताया कि इन युवकों ने उनसे कहा था कि वो अपने खाली समय का इस्तेमाल स्कूल की साफ-सफाई और रंग-रोगन में करना चाहते हैं। जिस पर ग्राम प्रधान की तरफ से इन्हें सारा सामान उपलब्ध करा दिया गया और देखते ही देखते स्कूल की तस्वीर बदलने लगी। क्वारेंटीन किए गए युवाओं ने कहा कि पेंटिंग का काम पूरा होने के बाद वो स्कूल में बनी क्यारियों को सुधारेंगे। आस-पास के इलाके की सफाई करेंगे। कुज्जन गांव के इन तीनों युवाओं की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है, लोग इन्हें सैल्यूट कर रहे हैं।