गढ़वाल: इस सड़क का लोकार्पण दो-दो बार हुआ, करोड़ों रुपये फूंक दिए..हालत देख लीजिए
लोक निर्माण विभाग व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में फूंक दिए करोड़ो रूपये फिर सड़क के बुरे हाल
Sep 13 2020 7:49PM, Writer:इन्द्रजीत असवाल
पहाड़ो में सड़कों के बुरे हाल किसी से छुपे नही है। सरकार व विभाग टेंडर तो पास कर देते हैं..उधर नेता जी शिलान्यास भी कर देते हैं लेकिन पीछे मुड़कर नही देखते। खैर...देखें भी क्यों, उनकी जेब में कमीशन का मीट भात जो पहुचा रहता है। अब जब ठेकेदारों का नमक खाया रहता है तो उंगली भी कैसे उठा सकते हैं। हमने सोशल मीडिया, वेव न्यूज़ पोर्टल , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से अब तक पौड़ी जिले की कई सड़कों के मामले आपके सामने रखे हैं...संबधित विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में भी बात डाली है लेकिन कभी भी किसी ने भी कार्यवाही नही की। आज हम आपको जिस सड़क का मामला बता रहे हैं ये नैनीडांडा ब्लॉक की...हमे यहाँ से स्थानीय समाजसेवी सतीश चंद्र ध्यानी जी ने बताया कि ,इस सड़क का लोकार्पण दो दो बार हो चुका है, पर तब भी ये सड़क पूरी तरह नही बन पाई है
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: दिल्ली से बदरीनाथ यात्रा पर आया परिवार कोरोना पॉजिटिव..मचा हड़कंप
सड़क का नाम जड़ाऊखांद से मझेडा बैंड पहले ही PWD के समय रख दिया गया था। बाद में PMGSY के लिये इसे आगे पीछे के 2 भागों में बांट दिया गया। बीच का हिस्सा pwd के अधीन था इसलिए अभीतक अधूरा ही है। जड़ाऊखांद से मंजेडा बैंड..यह रोड़ आज से लगभग 20, 25 साल पहले PWD के खाते में ही स्वीकृत हुई थी। प्रथम कटान 3 सालों में,चरणबद्ध तरीके से हुआ भी। उसके बाद इस रोड़ में झमेलों का दौर शुरू हो गया। विगत बर्ष मुख्यमंत्री दोनों पुलों का उद्घाटन भी ब्लॉक हेडक्वाटर नैनीडांडा में बैठे बैठे कर गये। ये रो़ड बहुत ही जन उपयोगी थी क्योंकि ये कई गांवों को जोड़ते हुए निकली थी। इसके बीच का हिस्सा 6 किलोमीटर अभी भी पूरा न हो सका...अतःरेगुलर बस का फायदा आम जनता को अभी तक भी नहीं मिल पा रहा है। इलाके में लोगों का जनाक्रोश चरम पर है। लोक निर्माण विभाग व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने करोड़ों रुपये इस मार्ग को बनाने में लगा दिये पर मार्ग के हालात आप फ़ोटो में देख सकते हैं