image: Teacher of Buddhist monastery commits suicide in Dehradun

देहरादून में शिक्षक ने की खुदकुशी..मौके से मिला सुसाइड नोट और ऑडियो रिकॉर्डिंग

देहरादून के राजपुर क्षेत्र में छात्रों के उत्पीड़न के आरोप से घिरे बौद्ध स्कूल के एक शिक्षक ने बीते शनिवार की शाम को आत्महत्या कर अपनी जान दे दी है।
Nov 2 2020 3:06PM, Writer:Komal Negi

देहरादून के राजपुर क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। देहरादून के राजपुर क्षेत्र में छात्रों के उत्पीड़न के आरोप से घिरे बौद्ध स्कूल के एक शिक्षक ने बीते शनिवार की शाम को आत्महत्या कर अपनी जान दे दी है। जी हां, शिक्षक ने अपने पास में एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसके अंदर शिक्षक ने गुरुजी के बदनाम होने की बात कहकर फांसी लगाने की बात लिखी है। शिक्षक की पहचान नेपाल निवासी 25 वर्षीय नुमांग लेखपा के रूप में हुई है। बीते शनिवार को स्कूल के छात्रों ने शिक्षक का शव पंखे से लटका हुआ देखा जिसके बाद स्कूल के प्रशासन को इस बारे में सूचित किया गया। मौके पर पहुंचे सीओ विवेक कुमार और पुलिस वालों ने खिड़की को तोड़कर मृतक शिक्षक का शव बरामद किया है। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट और मोबाइल में वॉइस रिकॉर्डिंग मिली है। शिक्षक ने सुसाइड नोट में स्कूली छात्रों को यातना देने के प्रकरण में गुरुजी के बदनाम होने का जिक्र कर फांसी लगाने की बात की है।

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क्या आपको याद है कि बीते 27 अक्टूबर को स्कूल परिसर से स्कूल के 5 छात्र बिना बताए कहीं चले गए थे और सोशल मीडिया में शिक्षकों द्वारा छात्रों को यातनाएं देने वाली खबर जमकर वायरल हुई थी। आरोप था कि छुट्टी का प्रार्थना पत्र लेकर गए बच्चों की पिटाई की गई थी और उन को प्रताड़ित किया गया था। उसमें 4 बच्चे जख्मी हुए थे और पिटाई के डर से कुल 5 बच्चे संस्थान से भाग गए थे। 2 बच्चे नेपाल पहुंच गए थे जबकि तीन बच्चे बनबसा कोतवाल में थे। यह मामला सोशल मीडिया पर खूब जमकर वायरल हुआ था और बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया था। 30 अक्टूबर को मृतक शिक्षक नुमांग बच्चों को वापस लेकर स्कूल परिसर देहरादून पहुंचे और शनिवार को उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगा ली। लापता छात्रों को बनबसा से दूर वापस लाने के बाद नुमांग शनिवार को स्कूल परिसर में नहीं दिखे। इसके बाद शनिवार की शाम को परिसर में रहने वाले शिक्षक और छात्र उनके आवास पर पहुंचे। जब उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो नुमांग पंखे से लटके हुए थे इस बात की सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस ने पहुंचकर उनका शव बरामद किया।

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थाना प्रभारी ने बताया कि उनके बेड पर से एक पेज का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। उसमें अंग्रेजी में 7 से 8 लाइन लिखी हैं जिसमें मोबाइल में मौजूद वॉइस रिकॉर्डिंग सुनने के बारे में भी कहा है। अपने मोबाइल के माध्यम से नुमांग ने वॉइस रिकॉर्डिंग में अपने आत्महत्या करने के पीछे के कारणों का उल्लेख किया है। मोबाइल रिकॉर्डिंग में मृतक शिक्षक ने बताया कि वे इस पूरे प्रकरण में अपने गुरु की बदनामी होने से बेहद आहत थे इसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। थाना प्रभारी राकेश शाह ने बताया कि अभी तक जांच में यह सामने आया है कि बौद्ध मठ में प्रबंधन ने शिक्षकों के पास से मोबाइल को प्रतिबंधित कर दिया था इसके बावजूद भी नुमांग के पास मोबाइल था। यह बात भी उसको काफी चुभ रही थी। वहीं एसपी क्राइम लोकजीत सिंह ने बताया कि कुछ छात्रों ने स्कूल के एक शिक्षक के ऊपर मारपीट के आरोप लगाए थे जिस पर उक्त शिक्षक के बारे में प्रबंधन से शनिवार को जानकारी ली गई थी। वह शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जिसके चलते वह निजी अस्पताल में दो दिन से भर्ती हो रखे हैं।


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